शिक्षा मंत्री के तीखे तेवर, मुलाजिमों को सुनाई खरी खोटी

punjabkesari.in Monday, Oct 01, 2018 - 10:47 AM (IST)

अमृतसर(दलजीत): शिक्षा मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने ठेका कर्मचारी एक्शन कमेटी के बुलावे पर गत दिवस पंजाब के विभिन्न सरकारी विभागों में काम करते कच्चे कर्मचारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई। कमेटी के नेताओं ने धरने में पहुंचे जब मंत्री को अपनी मांगों संबंधी सवाल-जवाब करने शुरू किए तो मंत्री ने कहा कि जब कर्मचारियों की मांगों संबंधी चंडीगढ़ जत्थेबंदियों के साथ मीटिंगें होती थीं तब आप कहां थे। मंत्री ने कहा कि जत्थेबंदी के नेता सिर्फ लीडरी चमका रहे हैं।  बच्चों को धरनों में लाकर ठीक काम नहीं कर रहे हैं। 

कमेटी द्वारा आज मंत्री की कोठी आगे अपनी मांगों को लेकर दिए धरने दौरान अपने बच्चों को छोडऩे का ऐलान किया गया है, जिसे लेकर कई कर्मचारी अपने बच्चों को लेकर पहुंचे हुए थे। उधर दूसरी तरफ धरने को संबोधित करते हुए संगठन के नेता अशीष जुलाहा, रजिन्द्र सिंह संधा, विकास कुमार, हरिन्दरपाल जोसन, सतपाल सिंह, बलजिन्दर सिंह, बलजीत सिंह, जगवीर सिंह, जसबीर सिंह, परम विशिष्ट, बलवीर सिंह, विल्सन गुरदासपुर आदि ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने 18 माह के कार्यकाल दौरान ही धक्केशाही पर उतर आई है और सरकार का कोई भी मंत्री या नुमाइंदा कर्मचारियों की बात सुनने को तैयार नहीं है। कर्मचारियों ने कहा कि कोई भी व्यक्ति एक बार विधायक बनने पर पूरी उम्र के लिए पैंशन का हकदार बन जाता है और लाखों रुपए का यह खर्च खजाने पर बोझ नहीं होता परन्तु 10-15 वर्ष काम करने वाला उक्त वर्ग का कर्मचारी इतना लंबा समय सरकार का काम करने के बावजूद सरकार के किए वायदे के बाद भी पक्का होने का हकदार नहीं हो रहा है। 

नेताओं ने कहा कि विधायक और मंत्री लाखों रुपए वेतन पर पैंशन ले रहे हैं और सभी मंत्री मालामाल हैं, जिस करके कर्मचारियों ने फैसला किया है कि कर्मचारी अपने बच्चों को मंत्रियों के घर छोड़ कर आएं जिससे उनके बच्चों का पालन-पोषण बढिया हो सके। शिक्षा मंत्री खुद आप धरने में आए और मांग पत्र लिया तथा कर्मचारियों को 4 अक्तूबर को उनकी समस्याओं संबंधी मीटिंग का समय दिया।  

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