हजारों अध्यापकों ने मुख्यमंत्री के शहर में की ‘हल्ला बोल’ रैली

punjabkesari.in Monday, Apr 16, 2018 - 08:45 AM (IST)

पटियाला/रखड़ा  (जोसन/ बलजिन्द्र/स.ह.): सरकार की तरफ से शिक्षा नीति में किए गए कुछ बदलावों को अध्यापक विरोधी करार देते हुए हजारों अध्यापकों ने मुख्यमंत्री के शहर में ‘हल्ला बोल’ रैली की। रैली में हजारों अध्यापकों के हल्ला बोल प्रदर्शन में गरजते नारों ने मोती महल की दीवारें हिलाकर रख दीं। अध्यापकों की संख्या को देखते हुए प्रशासन ने उन्हें शहर की बजाय गांव जस्सोवाल में रैली करने को मंजूरी दी। विभागीय रैगुलराइजेशन नीति रद्द न होने पर अध्यापकों ने तेज संघर्ष की चेतावनी दी। प्रदर्शन में पहुंचे हजारों अध्यापकों ने सरकार को कटघरे में ला खड़ा कर दिया है। 


अध्यापकों ने रोष मार्च भी किया जिसको कुछ दूरी पर ही पुलिस ने रोक लिया और मांग-पत्र वहीं लिया गया। धरने को अन्य जत्थेबंदियों व संस्थाओं ने भी समर्थन दिया। सांसद डा. धर्मवीर गांधी भी धरने को संबोधित करने पहुंचे। अध्यापकों की इस रैली ने सरकार तक उनके गुस्से को भलीभांति पहुंचा दिया। 


दिन भर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद जब प्रशासन के कानों पर कोई जूं रेंगती न दिखी तो अध्यापक सड़कों पर लेट गए और प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। अध्यापकों ने सरकार को चेतावनी दी कि वे किसी भी कीमत पर अध्यापक और जनता विरोधी शिक्षा नीति को लागू नहीं होने देंगे। 

27 अप्रैल को मुख्यमंत्री के साथ बैठक का समय मिला 
अध्यापकों के रोष को देखते हुए मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. सुरेश कुमार ने एक पत्र जारी करके कहा कि अध्यापक नेताओं की मुख्यमंत्री के साथ 27 अप्रैल को 11 बजे 
चंडीगढ़ में बैठक रखी गई है। इस बैठक में सभी मुद्दों पर विचार किया जाएगा।

Sonia Goswami