आतंकी धमकी के बाद भी नहीं सुधरे हालात, रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों का सुरक्षा कवच अधूरा

punjabkesari.in Sunday, Jun 10, 2018 - 05:37 PM (IST)

फिरोजपुर (आनंद, शैरी): जम्मूतवी, लुधियाना, जालंधर और अमृतसर जैसे रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा को लेकर रेलवे लश्कर-ए-तोयबा की ओर से फिरोजपुर मंडल के डी.आर.एम. को भेजे गए धमकी भरे पत्र के बावजूद सचेत नहीं हुआ है। इन रेलवे स्टेशनों में सुरक्षा हालात नहीं सुधर पाए हैं। रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए सिर्फ मौखिक तौर पर बातें की जा रही हैं लेकिन हकीकत कुछ और ही है।  जानकारी अनुसार इन बड़े रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों का सुरक्षा कवच अभी भी अधूरा है। छोटे रेलवे स्टेशनों पर तो सुरक्षा का नामोनिशान तक नहीं है और फिरोजपुर छावनी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा पूरी तरह से दुरुस्त नहीं है। 

 

मंडल कार्यालय होने के बावजूद फिरोजपुर छावनी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के ज्यादा इंतजाम पूरे नहीं हैं। यहां बरती जाने वाली कोताही यात्रियों के लिए घातक सिद्ध हो सकती है क्योंकि यहां पर सुरक्षा के लिए अनिवार्य डोर फ्रेम मैटल डिटैक्टर जैसे कई उपकरण लगे ही नहीं है। यहां तक कि कुछ समय पहले स्टेशन के बाहर बनाई गई चौकियां तो पूरी तरह से लुप्त हो चुकी हैं । इन चौकियों पर ड्यूटी करने वाले कर्मचारी भी अब नजर नहीं आते हैं। यह स्टेशन चारों ओर से खुला हुआ है और छावनी रेलवे स्टेशन पर कोई भी आसानी से प्रवेश कर अप्रिय घटना को अंजाम दे सकता है। 

 

गौरतलब है कि कुछ समय पहले छावनी रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ कर फरार हुए संदिग्ध 3 पाक लोग, जिनमें एक महिला भी शामिल थी, का अभी तक सुराग नहीं चल पाया है। यहां जब कभी भी चैकिंग की जाती है तो उसके लिए अखबारों की सुर्खियां बटोरने के लिए पहले से ही निमंत्रण दे दिया जाता है, जबकि इसके बावजूद पठानकोट हमले के उपरांत फिरोजपुर रेल मंडल कार्यालय का एक गेट अभी तक बंद रखा हुआ है और वाहनों व आने-जाने वालों के लिए इसके एक छोर से ही प्रावधान किया गया है। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई व्यापक इंतजाम नहीं हैं। यहां तक कि डी.आर.एम. साहिब के ऑफिस के पास का गेट भी बंद कर दिया गया है और सभी को कमर्शियल ब्रांच साइड से अंदर जाने के लिए कहा जाता है।  

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