उड़ते पंजाब का 'काला सच', जून महीने में 26 नौजवान चढ़े नशे की भेंट

punjabkesari.in Monday, Jul 02, 2018 - 07:13 PM (IST)

फरीदकोट(जगदीश):  पंजाब अंदर सिंथैटिंक नशे, हैरोइन, स्मैक, आईस ड्रग्गज और मैडीकल नशों की दलदल में धंसी नौजवान पीढ़ी मौत के मुंह में जा रही होने के बावजूद मौजूदा सरकार नशे पर काबू पाने की बजाय यह कहकर पल्ला झाड़ रही है कि नई किस्म का अफ्रीकन नशा लेने करके नौजवान की मौत हो रही है। जबकि जून महीने के 29 दिनों में 26 गभरू नशे की भेंट चढ़ चुके होने के बावजूद सरकार नशा तस्करों खिलाफ सख्ती करने की बजाय नए नशों के नाम बताकर लोगों को असमंजिस में डाल रही है, यह बात पानी की तरह साफ है कि पंजाब की नौजवान पीढ़ी, चिट्टे, भूरे, आकाशीय जा फिर काले रंग के नशे में धंसती जा रही है। जिसको बचाने के लिए लोक लहर जरूरी है, क्योंकि पंजाब अंदर हर रोज एक नौजवान नशे की भेंट चढ़ रहा है। 

इसी लड़ी के अंतर्गत जून के पहले सप्ताह 5 जून को सिमनजीत सिंह (24) निवासी लुधियाना की नशे कारण मौत, 7 जून सुखजिंदर सिंह (25) निवासी फतेहाबाद जिला तरनतारन, की सरिंज द्वारा नशा लेने पर मौत, 8 जून अवतार सिंह (20) फतेहाबाद की टीके द्वारा नशा लेने पर मौत, 9 जून गुरजीत सिंह (25) निवासी बलेर गांव की सरिंज द्वारा नशा लेने पर मौत, 10 जून अजनाला के गांव धुदराला में नशीला टीका लगाने कारण युवराज सिंह की मौत, 11 जून बकीरपुर गांव के 19 वर्षीय नौजवान जगजीत सिंह की मौत का कारण नशे का इंजैक्शन, 18 जून गुमनाला के निवासी अनिल सिंह की नशीले टीके कारण मौत, 21 जून भाई ढायी वाला के नवनीत सिंह (21) की मौत का कारण नशे का टीका, 21 जून को कोटकपूरा के नजदीकी गांव नानकसर में नशे कारण बूटा सिंह की मौत, उसके वारिसों ने आरोप लगाया कि दो नशेडिय़ों ने जब्रदस्ती उनके लड़के को टीका लगाया और बाद में उसके  शव को कार में से फैं ककर नहर में धक्का दे दिया।

23 जून कोटकपूरा में नौजवान बलविन्दर कुमार (22) का शव मिला, नशे का टीका उसकी नस में फ सा  मिला, 23 जून पलविन्दर सिंह की शकी हालातों में मौत परन्तु शक जाहिर किया जा रहा है कि उसकी मौत भी नशों कारण हुई, 23 जून घुरकविंड गांव के गुरलाल सिंह (27) की मौत नशे की इंजैक्शन करके हुई, 24 जून मजीठा रोड के निवासी हरभेज सिंह के शव के नजदीक एक सरिंज और एक शीशी बरामद हुई, 25 जून गांव ढोटियां के गुरभेज सिंह भेजा (33) की मौत नशे के टीके करके हुई, 25 और 26 जून को स्वीटी और स्मित की नशे कारण मौत, 26 जून गांव सतींएवाला के निवासी मक्खण सिंह की नशे की ओवरडोज कारण मौत, इससे कुछ दिन पहले गांव कमेगर के अमरीक सिंह की नशे के इलाज दौरान अस्पताल में मौत हो गई, 28 जून गांव खाई फेमे की निवासी अवतार सिंह की नशे की ओवरडोज कारण मौत, 28 जून डेरा बाबा नानक के गांव दौलतपुर में 21 वर्षीय चरनजीत सिंह की नशे की ओवरडोज कारण मौत हो गई।

काहनूंवाल के गांव भट्टियां के कुलवीर सिंह की नशे की ओवरडोज कारण हुई मौत दौरान खुलेआम दवाओं की दुकानों पर मिल रहीं सरिंजों की बिक्री पर भी लगाम जरूरी है, कुछ समय पहले डाक्टरी पर्ची पर बिना दवा विक्रेता ने सरिंजें देनीं बंद कर दीं थीं परन्तु अब फिर भाव बढ़ाकर बेची जा रही हैं। एडीजीपी हरप्रीत सिंह संधू अनुसार डाक्टरों मुताबिक कट्टï कोई नया नशा नहीं है बल्कि यह मिलावट वाली हैरोइन है जिसको टीके के साथ लेने पर यह शरीर में सीमैंट की तरह जम  जाती है। उनके मुताबिक नशा बड़ा तेजी के साथ अपना प्रभाव दिखाता है और कई बार नशेड़ी सरिंज बाहर भी नहीं निकाल पाता और उसकी तुरंत ही मौत हो जाती है। 

Vaneet