लापरवाही: पोस्टमार्टम रूम में एक ही जगह रखे जा रहे आम और कोरोना मरीजों के शव, वायरस को दे रहे न्योता

punjabkesari.in Friday, Jun 19, 2020 - 03:36 PM (IST)

तरनतारन (रमन‌): सिविल अस्पताल में मौजूद पोस्टमार्टम रूम में एक ही जगह आम और कोरोना पीडितों के शवों को एक साथ रखने से कोरोना वायरस सेहत कर्मचारियों को किसी समय पर भी अपना शिकार बना सकता है, जिसके अंतर्गत सेहत विभाग को कोरोना मरीज़ों की शवों को अलग जगह पर रखने के लिए कदम उठाने की ज़रूरत है।

पूरी एहतियात बरती जाती है - सिविल सर्जन
इस संबंधी जानकारी देते हुए गुरभिन्दर सिंह पुत्र हरजीत सिंह निवासी गाँव कैरोवाल ने बताया कि उसकी नानी चरन कौर (70) की सेहत बीती 17 जून को अचानक ख़राब होने के कारण उनको सरकारी अस्पताल की एमरजैंसी वार्ड में दाख़िल करवाया गया था, जिनकी उसी दिन शाम को मौत हो गई थी। गुरभिन्दर ने बताया कि डाक्टरों की तरफ से उसकी नानी का कोरोना संबंधी सैंपल तो ले लिया गया जिस की रिपोर्ट में हुई देरी कारण लाश को पोस्टमार्टम रूम में रख लिया गया। तीन दिनों बाद कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने उपरांत लाश को ले जाने का निर्देश मिला है। उनकी माँग करते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रूम में एक ही जगह पर कोरोना पीडित और आम मृतक की लाश को रखा जाता है जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि कोरोना पीडितों के शवों को अलग तौर पर रखा जाना चाहिए जिससे सेहत कर्मचारी, डाक्टर और आम लोग कोरोना के शिकार होने से बच सकें। इस मौके मृतक की लड़की गुरमीत कौर, लड़के प्रधान सिंह ने सेहत विभाग से मृतक व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्टों पहल के आधार पर जारी करन की माँग की है। दूसरे तरफ सिविल सर्जन डा. अनूप कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रूम को रोज़मर्रा सैनेटाईज़ किया जाता है, जबकि कोरोना पीडितों के शवों को अलग कैंडी में पैक करके रखा जाता है।

Edited By

Tania pathak