Special Story: शरीर ने छोड़ दी थी उम्मीद, लेकिन हारी नहीं हिम्मत

punjabkesari.in Monday, Dec 28, 2020 - 01:49 PM (IST)

जालंधर (खुशबू): यह एक ऐसा पल था जब शरीर मुझे रोकने की कोशिश कर रहा था लेकिन मैं नहीं रुकी। मैं लड़ी भी और दौड़ी भी, क्योंकि शरीर को फिट रखने के साथ मेंटेन रखना भी बहुत जरुरी था। यह कहना है 45 साल की शामली सेठी का। इस समय वह खुद को फिट रखने के लिए हेल्दी डाइट के साथ रोज कई घंटे जिम भी करती है। खुद को फिट रखने के साथ वह कई लोगों को भी फिट रहने के लिए प्रेरित करती हैं।

22 साल की उम्र में हुआ था अस्थमा
शामली ने बताया कि 22 साल की उम्र में उन्हें पता लगा की उन्हें अस्थमा है तो वह समय उनके लिए सब से मुश्किल समय था। उस समय वह एक बेटी का मां और हाउस वाइफ थी। डॉक्टर्स ने उन्हें वह सब काम करने से मना कर दिया जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो या उससे जुड़ी कोई समस्या हो।

छोटे- छोटे कदमों से की शुरुआत
कहते है कि हर काम की शुरुआत छोटे कदमों से होती है उसी तरह शामली ने खुद को फिट रखने की शुरुआत सैर से की। सैर के बाद धीरे-धीरे जागिंग और फिर दौड़ लगाना शुरु किया। इसके बाद उन्होंने कई तरह की मैराथन में भी भाग लिया। उन्होंने एक दिन 40 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ बिना रुके पूरी की। इन्हीं छोटे-छोटे कदमों से उन्होंने खुद को फिट रखने की शुरुआत की। जिसके बाद उनके अस्थमा की समस्या पूरी तरह से खत्म हो गई। अब वह रोज कई घंटे वर्कआउट करती है।

लॉकडाउन में घर को बनाया जिम
शामली ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिम पूरी तरह से बंद हो चुके थे तो उन्होंने अपने घर को ही जिम में बदल लिया। वह घर में पड़ी अलग –अलग चीजों की मदद से जिम की एक्टिविटी करती थी। रोज योगा और एक्सरसाइज के साथ डांस करती। इस तरह उन्होंने पिछले 6 से 7 महीनों में खुद को फिट रखा।

क्या है दिनचर्या

-    रोज डेढ़ से दो घंटे जिम में करती है वर्कआउट

-    ब्रेकफास्ट में अंडा, ब्राउन ब्रेड, सब्जियां खाती हैं।

-    लंच में ब्राउन राइस, चपाती, उबली सब्जियां, बीन रहते हैं शामिल।

-    रात के खाने में सूप, फ्रूट चाट लेती हैं।

-    जिम में हर दिन बॉडी के हिसाब से अलग अलग तरह के वर्कआउट करती है जैसे वैटलिफ्टिंग, साइक्लिंग, रनिंग, जूंबा आदि।

Tania pathak