एक ही परिवार के तीन सदस्यों की घर से मिली लाशें, इलाके में मचा हड़कंप

punjabkesari.in Monday, Nov 23, 2020 - 03:28 PM (IST)

बठिंडा (विजय): शहर में करीब एक माह बाद दूसरी बार किसी पाश कालोनी में सामूहित हत्या व आत्महत्या का मामला सामने आाया है। इससे पहले जहां ग्रीन सिटी में आर्थिक तंगी व प्रताड़ना से परेशान एक व्यापारी ने परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर स्वयं आत्महत्या की थी वही सोमवार को शहर की दूसरी पाश कालोनी कमला नेहरु कालोनी में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी । मृतक परिवार का मुखी चरणजीत सिंह खोखर उम्र 45 साल बीबी वाला कोआपरेटिव सोसायटी में सविच के पद पर तैनात था। उसके साथ उसकी पत्नी जसविंदर कौर उम्र 43 साल, बेटी सिमरन कौर उम्र 20 साल का शव भी मिला है। मामला आरंभिक जांच में आत्महत्या का लगता है लेकिन पुलिस इस मामले में हत्या की आशंका के बीच भी जांच में जुटी है। 

कमला नेहरू कालोनी में कोठी नंबर 387 में सुबह तीनों के शव कमरे में पड़े मिले हैं। सुबह मामले का उस समय खुलासा हुआ जब प्रतिदिन की तरह दूध वाला घर में दूध देने के लिए पहुंचा। रुटीन में पहली घंटी में दरवाजा खुल जाता  था लेकिन आज सोमवार को दूधवाले ने कई घंटिया बजाई पर दरवाजा नहीं खुला तो उसने किसी तरह घर में अंदर अनहोनी की आशंका केे चलते प्रवेश किया तो चरणजीत सिंह खोखर, जसविंदर कौर व सिमरन कौर का खून से लथपथ शव देखा जिनके सिर में गोली मारी गई थी। इसके बाद उसने मामले की जानकारी आसपास के लोगों को दी व पुलिस को सूचित किया गया। मामले में पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि तीनों की हत्या हुई है या फिर पूर्व की तरह पहले परिजनों को मारकर स्वयं आत्महत्या की। पुलिस के आला अधिकारी पूरे मामले की तह तक जाने के लिए एक्सपर्ट टीम को मौके पर बुलाकर जांच कर रही है। मृतक परिवार में एक बेटा मनप्रीत सिंह उम्र 27 साल भी है जो वर्तमान में इग्लैड में रह रहा है 

कमला नेहरू कालोनी में कोठी नंबर 387 में सुबह तीनों के शव कमरे में पड़े मिले हैं। सुबह मामले का उस समय खुलासा हुआ जब प्रतिदिन की तरह दूध वाला घर में दूध देने के लिए पहुंचा। रुटीन में पहली घंटी में दरवाजा खुल जाता  था लेकिन आज दूधवाले ने कई घंटिया बजाईं पर दरवाजा नहीं खुला तो उसने किसी तरह घर में अंदर अनहोनी की आशंका केे चलते प्रवेश किया वहां उसने चरणजीत सिंह खोखर, जसविंदर कौर व सिमरन कौर का खून से लथपथ शव देखा। इसके बाद उसने मामले की जानकारी आसपास के लोगों को दी व पुलिस को सूचित किया गया।

मामले में पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि तीनों की हत्या हुई है या खोखर ने पहले पत्‍नी और बेटी की हत्‍या कर आत्महत्या की। पुलिस के आला अधिकारी पूरे मामले की तह तक जाने के लिए एक्सपर्ट टीम को मौके पर बुलाकर जांच कर रही है। खोखर का एक बेटा मनप्रीत सिंह अभी इंग्लैंड में रह रहा है।


चार साल पहले सहकारी सभाओं में घपले में चरणजीत सिंह खोखर का नाम आया था ।  नथाना पुलिस ने नवंबर साल 2016 में सहायक रजिस्ट्रार की शिकायत पर बीबी वाला गांव सहकारी सभा के सचिव चरणजीत सिंह पर 14 लाख 11 हजार रुपए का घपला करने का मामला दर्ज किया था। वहीं सहकारिता सभा के सहायक रजिस्ट्रार ने कहा था कि सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। वही कहा जा रहा था कि बीबी वाला में हुए इस घपले की बारीकी से जांच की जाए तो इसमें विभाग के कई इंस्पेक्टरों और अन्य अधिकारियों के शामिल होने का पता चल सकता है। 

चरणजीत सिंह खोखर ने परिवार को गोली मारकर स्वयं आत्महत्या करने की आशंका को लेकर विराम इस बात से लग रहा है कि उसके पास कोई भी लाइसेंसी हथियार नहीं थी व न ही परिवार के पास इस बाबत कोई लाइसेंस था। घर में जांच के दौरान किसी तरह का हथियार भी मौके पर नहीं मिला हैै। इस स्थिति में मामला पूरी तरह से सामूहिक हत्या का प्रतित होता है। इसमें अब हत्या किसने की इसको लेकर जांच चल रही है लेकिन पूरे मामले मे पैसों के लेनदेन को लेकर किसी की तरफ सेे सुपारी देने या फिर गैंगस्टर के माध्यम से हत्या करवाने की संभावना को लेकर भी पुलिस जांच में जुटी है।

Tania pathak