जाली नोटों का धंधा होगा खत्म, सिक्यारिटी इंक से छपेगी करंसी

punjabkesari.in Monday, Jan 07, 2019 - 02:14 PM (IST)


जालंधर। नकली करंसी को रोकने के लिए नोटों पर इस्तेमाल होने वाली सिक्योरिटी इंक की तकनीक भारत ने तैयार कर ली है। आने वाले समय में करंसी की छपाई में इस इंक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे नकली करंसी का कारोबार कम होने की संभावना है। यह जानकारी आईआईटी धनबाद से जालंधर में आयोजित इंडियन सांइस कांग्रेस में पहुंचे डॉ. विनीत कुमार राय ने लेजर सपोर्ट मैकेनिज्म पर अपने व्याख्यान में दी।

अदृश्य होगें नोट पर छपने वाले अक्षर.... 
उन्होंने बताया कि भविष्य में सिक्योरिटी इंक का इस्तेमाल RBI नोटों की छपाई में कर सकेगा। लेजर सपोर्ट मैकेनिज्म पर अपना व्याख्यान देते हुए डॉ. विनीत कुमार ने बताया कि नोटों पर सिक्योरिटी इंक से जो कुछ भी लिखा जाएगा, उसे सामान्य तौर पर आंखें नहीं देख पाएंगी। वेब लेंथलेजर डालकर ही नोट पर छपे अक्षरों को पढ़ा जा सकेगा। नहीं दिखने वाली इंक हालांकि अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में मौजूद है, लेकिन इसके द्वारा लिखे गए अक्षरों का सरवाइवल रेट बुहत कम है। यह इंक वेब लेंथलेजर के प्रकाश में पढ़ी जा सकेगी। इसकी जानकारी सिर्फ रिजर्व बैंक के चंद अधिकारियों को ही होगी। इसके अलावा लेंथलेजर लाइट को नोट गिनने वाली मशीन में भी कॉनफिगर किया जाएगा, जिससे नकली करंसी आसानी से डिटेक्ट हो जाएगी।  

Suraj Thakur