पिता ने डांटा तो दौड़ आया था सीमा पार से, 22 महीने बाद जेल से छूटकर अब पहुंचा पाक

punjabkesari.in Tuesday, Jan 14, 2020 - 03:15 PM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): भारत व पाकिस्तान के बीच जारी तल्खी के बीच मंगलवार को केन्द्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेशानुसार होशियारपुर जुवेनाइल जेल में बंद चल रहे 17 वर्षीय पाकिस्तानी मुबशर बिलाल को रिहा कर दिया गया। डी.सी. ईशा कालिया के निर्देश पर मंगलवार सुबह 7 बजे के करीब जिला प्रोग्राम अधिकारी डा.कुलदीप सिंह की मौजूदगी में जुवेनाइल जेल सुपरिटैंडैंट पुनीत कुमार के साथ 2 पुलिसकर्मियों के साथ बिलाल को वाघा बॉर्डर भेज दिया गया। वाघा सीमा पर बिलाल को बी.एस.एफ.की तरफ से पाकिस्तानी रैंजरों को दोपहर के समय सौंप दिया जाएगा। गौरतलब है कि बिलाल जुवेनाइल जेल में पिछले 22 माह से कैद था।

यहां मिले प्यार को भूल नहीं सकता
होशियारपुर जुवेनाइल जेल के बाहर निकल खुली हवा में सांस लेते समय बिलाल के चेहरे पर अपने वतन लौटने को लेकर खुशी साफ तौर पर झलक रही थी। पूछने पर बिलाल ने बताया कि वह गलती से भारतीय सीमा पार कर गया था जिसका उसे आज भी अफसोस है पर होशियारपुर जुवेनाइल जेल में साथियों व यहां के अधिकारियों से जो प्यार मिला है उसे भूल नहीं सकता।

मार्च 2018 में पिता की डांट सुन कर गया था सीमा पार
गौरतलब है कि मार्च 2018 में घर में पिता मो.अकबर की डांट से बिलाल रूठ कर अपने घर से महज 400 मीटर दूर भारतीय सीमा में तरनतारन जिले के खेमकरण सीमा को पार कर गया था। भारतीय सेना ने उसको सीमा के पास से गिरफ्तार कर लिया था। मुबशर बिलाल पर 1 मार्च 2018 को थाना खेमकरण में भारतीय पासपोर्ट एक्ट 1920 की धारा 3, 34, 20 व फार्नर एक्ट 1946 की सेक्शन 14 के तहत केस दर्ज किया था। उसी समय से मुबशर होशियारपुर की जेल में बंद है। बिलाल को तरनतारन की अदालत जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने 6 माह बाद 6 सितंबर 2018 को बरी कर दिया था फिर भी पिछले 16 माह से वह जेल में बंद चल रहा था। 
 


 

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