कोरोना का खौफ धार्मिक स्थानों पर, मंदिरों में आम जनता की अनुपस्थिति लगी खलने

punjabkesari.in Sunday, Jun 21, 2020 - 12:08 PM (IST)

जालंधर (धवन): कोरोना वायरस महामारी के कारण जहां घरेलू उद्योग-धंधे तथा व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं तो दूसरी तरफ धार्मिक स्थान भी प्रभावित दिखाई दे रहे हैं। भारत सरकार ने यद्यपि कोविड-19 को लेकर धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति प्रदान कर दी थी पर वहां पर लोगों की अनुपस्थिति काफी खल रही है। कोरोना वायरस के खौफ के चलते लोग मंदिरों में भी जाने से गुरेज कर रहे हैं। हालांकि मंदिर में 10 से 15 प्रतिशत लोग आ जा रहे हैं।  इस संबंध में कुछ धार्मिक व्यक्तियों के साथ बातचीत की गई जिनके विचार निम्रलिखित थे:-

लोगों में भय, मंदिरों में आने वालों  की गिनती कम : विनय शास्त्री
श्री गीता मंदिर अर्बन एस्टेट के पंडित विनय शास्त्री का मानना है कि लोगों में कोरोना को लेकर भय अभी व्याप्त है। मंदिर में अभी सुबह केवल 10 से 15 लोग आ रहे हैं जबकि शाम के समय लगभग 10 लोग ही मंदिर में दर्शनों के लिए आ रहे हैं। उन्होंने काह कि जब तक कोरोना वायरस का उपचार सामने नहीं आता तब तक धार्मिक स्थल भी प्रभावित होते रहेंगे। मंदिर इस समय सुबह 5 से 11 बजे तक तथा शाम को 5 से 8 बजे तक खोलने की अनुमति है। उन्होंने कहा कि मंदिर में श्रद्धालुओं को लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है पर फिर भी लोग खौफ के कारण मंदिरों में कम ही आ रहे हैं।

धार्मिक स्थानों में चढ़ावा प्रभावित हुआ
कोरोना वायरस के कारण जहां सभी लोगों का जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित होकर रह गया हैं, वहीं पर दूसरी तरफ धार्मिक स्थानों में लोगों की कम उपस्थिति के कारण उनका चढ़ावा भी प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। वैसे भी अढ़ाई महीने तक मंदिर बंद रहे जिस कारण कोई भी चढ़ावा मंदिरों में नहीं आया। अब मंदिर सरकार ने खोल भी दिए हैं श्रद्धालुओं का आना-जाना नहीं है। अन्यथा मंदिरों में शाम की आरती के समय ही 70 से 80 लोग सामान्य मंदिरों में एकत्रित हो जाते थे। अब तो गिनती के लोग ही मंदिरों में देखे जा रहे हैं।

रूटीन व उपाय करने वाले ही मंदिरों में आ रहे : आचार्य
श्री गीता मंदिर माडल टाऊन जालन्धर के आचार्य सुरेश नौटियाल ने कहा कि मंदिर में अभी केवल रुटीन के श्रद्धालु आ  रहे हैं जिनकी गिनती बहुत कम है। इसी तरह से जिन लोगों ने ज्योतिषी दृष्टि से उपाय आदि करने होते हैं वह मंदिर में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह से अभी हालात सामान्य दिखाई नहीं दे रहे हैं। महामारी का प्रकोप खत्म होने के बाद ही आम श्रद्धालुओं का मंदिर में आना-जाना शुरू होगा। वैसे तो मंदिर में कोविड को लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है परंतु फिर भी लोग अभी कुछ दिन और रुक कर ही धार्मिक स्थानों के लिए आते हुए दिखाई देंगे।


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Edited By

Tania pathak

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