‘द ग्रेट खली’ की जालंधर कोर्ट में केस ट्रांसफर करने की याचिका हुई खारिज

punjabkesari.in Monday, May 06, 2019 - 09:19 AM (IST)

गिद्दड़बाहा(संध्या): नामी शख्सियत के खिलाफ इंसाफ की लड़ाई न तो बहुत छोटी होगी और न ही आसान। यह बात अंग्रेजी व हिंदी भाषा के बैस्ट सेलिंग लेखक बन चुके विनीत बंसल ने विशेष भेंट में कही। उन्होंने बताया कि नामी रैसलर द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा की जालंधर कोर्ट में केस ट्रांसफर करने की याचिका खारिज हो गई है।

दरअसल द ग्रेट खली के साथ मिलकर उनकी आत्मकथा लिखने वाले विनीत ने खली पर समझौते की शर्तों का पालन न करने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। इसकी सुनवाई गिद्दड़बाहा अदालत में चल रही थी। अब नामी रैसलर द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा ने गिद्दड़बाहा कोर्ट में चल रही सुनवाई को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। यह चुनौती द ग्रेट खली के साथ मिलकर उनकी आत्मकथा ‘द मैन हू विक्रम खली’ लिखने वाले लेखक विनीत बंसल की याचिका पर दी गई है।ज्ञात रहे कि लेखक विनीत बंसल ने खली के खिलाफ आत्मकथा के फिल्म अधिकार बेचने के बाद दस्तावेजी एग्रीमैंट के मुताबिक अपना हिस्सा न मिलने पर गिद्दड़बाहा कोर्ट में केस दर्ज करवाया था।


इस संबंध में खली ने गिद्दड़बाहा कोर्ट में याचिका दी थी कि केस को जालंधर कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया जाए लेकिन 4 अप्रैल को हुई सुनवाई के बाद एडीशनल सिविल जज परविंद्र कौर (सीनियर डिवीजन) गिद्दड़बाहा ने न सिर्फ खली की याचिका को खारिज किया, बल्कि उन्हें अभी तक अपना लिखित बयान न देने पर फटकार भी लगाई तथा उन्हें जल्द से जल्द अपना लिखित बयान दर्ज करवाने के लिए कहा। इस संबंध में द ग्रेट खली ने 26 अप्रैल को चंडीगढ़ उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर मांग की कि गिद्दड़बाहा कोर्ट के इस फैसले को बदल कर केस को जालंधर ट्रांसफर किया जाए और तब तक इस केस के संबंध में गिद्दड़बाहा कोर्ट की कार्रवाई पर भी रोक लगाई जाए।हालांकि विनित बंसल का कहना है कि उन्हें पहले से ही अंदाजा था कि इंसाफ की यह लड़ाई बहुत लम्बी व मुश्किल होने वाली है लेकिन वह भी किसी कीमत पर पीछे हटने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें भारतीय कानून एवं न्याय व्यवस्था पर पूरा यकीन है और विश्वास है कि अदालत में उन्हें न्याय दिया जाएगा एवं अंत में सच की ही जीत होगी।

Vatika