कोरोना वायरस: श्री दरबार साहिब के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं पर भी पडऩे लगा प्रभाव

punjabkesari.in Tuesday, Mar 24, 2020 - 10:15 AM (IST)

तरनतारन(रमन) : पंजाब अंदर दस्तक दे चुके कोरोना वायरस का प्रभाव अब धार्मिक स्थानों पर भी देखने को मिल रहा है। जिसके साथ अलग-अलग धार्मिक स्थानों को लाखों रुपए का घाटा होने लग गया है। इंसानी शरीर के लिए जानलेवा साबित हो रहे कोरोना वायरस से बचाव करने के लिए श्रद्धालुओं ने माथा टेकने जाने से भी गुरेज करना शुरू कर दिया है।

इसकी ताजा मिसाल स्थानीय गुरु नगरी में स्थित गुरुद्वारा साहिब से मिलती है, जहां इस अमावस्या के पर्व मौके प्रबंधक समिति को करीब 60 लाख रुपए का घाटा पड़ा है।  इस संबंधित जानकारी देते हुए श्री दरबार साहिब के मैनेजर बलविंदर सिंह उबोके ने बताया कि अमावस्या पर्व से एक दिन पहले हर महीने गुरुद्वारा साहिब की गोलक में इकट्ठा होने वाला चढ़ावा इस बार 60 लाख रुपए के घाटे के रूप में हुआ है। उन्होंने बताया कि इस दौरान रोजाना श्री दरबार साहिब में दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी काफी ज्यादा प्रभाव दिखाई देने लग गया है।



गुरुद्वारा साहिब समिति के समूह कर्मचारी ड्यूटी पर उपस्थित हो रहे हैं जो श्रद्धालुओं की सेवा के लिए उपस्थित हैं। मैनेजर उबोके ने बताया कि कोरोना को आगे फैलने से रोकने के लिए जिला मैजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार सभ्रवाल की तरफ से जारी हिदायतों के अंतर्गत श्रद्धालुओं को माथा टेकने जाने और लंगर हाल अंदर दाखिल होने से पहले सेवकों की तरफ से साबून और सैनेटाइजर का इस्तेमाल करने की अपील की जा रही है। इसी तरह लंगर हाल अंदर श्रद्धालुओं को लंगर छकाने से पहले एक मीटर की दूरी पर बिठाया जा रहा है। 

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