संदिग्ध घटनाओं के मद्देनजर पठानकोट आतंकियों के लिए हो सकता मुख्य निशाना

punjabkesari.in Sunday, Nov 25, 2018 - 02:09 AM (IST)

सुजानपुर/पठानकोट(ज्योति): कुछ दिनों से राज्य में लगातर हो रही आतंकी घटनाओं के साथ-साथ संंदिग्ध लोगों का देखा जाना व अंतर्राष्ट्रीय सीमा के मौखाने पर जे.के. नम्बर की 2 गाडिय़ों का पंजाब में घुसना यह दर्शाता है कि एक बार फिर से आतंकी संगठन पंजाब को पुन: दहलाने की फिराक में लगे हुए हैं। 

इसके चलते खुफिया एजैंसियों द्वारा दिए जा रहे इनपुट के बाद राज्य सरकार व पंजाब पुलिस की ओर से पंजाब में पूरी तरह से हाई अलर्ट जारी किया हुआ है। वहीं लगभग 12 दिन पूर्व 13 नवम्बर की देर रात्रि पंजाब राज्य के प्रवेश द्वार माधोपुर से 4 संदिग्ध लोगों द्वारा गन प्वाइंट पर एक एस.यू.वी. गाड़ी को छीन कर फरार होना व पिछले 72 घंटों के भीतर जिला पठानकोट के अधीन पड़ती भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास से जे.के. नम्बर की 2 गाडिय़ों द्वारा पुलिस के सुरक्षा कवच के नाकों को तोड़ कर पंजाब में प्रवेश करने की घटना के बाद पुलिस द्वारा कड़े प्रयासों से संदिग्धावस्था में गाडिय़ों को कब्जे में लेना परंतु गाडिय़ों में सवार लोगों का लापता होना पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है कि आखिर गाड़ी में सवार लोगों को आसमान निगल गया या जमीन खा गई। 

खुफिया एजैंसियां व पंजाब पुलिस विफल 
खुफिया एजैंसियां भी कहां तक सतर्क हैं, यह बात इन घटनाओं से सहज लगाई जा सकती है। बेशक पुलिस ने रविवार को अमृतसर में स्थित निरंकारी भवन में हुए ग्रेनेड हमले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा ली है परंतु जिला पठानकोट के लिए गनीमत अभी तक यह रही है कि एस.यू.वी. गाड़ी को छीन कर फरार होने व नाका तोडऩे के पश्चात गाडिय़ों को मौके पर छोड़ कर फरार होने वाले संदिग्धों द्वारा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दिया गया है परंतु उक्त लोग किसी प्रकार की घटनाओं को अंजान देने के लिए अपनी रणनीति बना रहे हैं इसका पता लगाने में अभी तक खुफिया एजैंसियां व पंजाब पुलिस पूरी तरह से विफल रही है। 

चक्की खड्ड से 4 सैन्यनुमा बैग मिले 

नगर के बाहरी क्षेत्र में मोहल्ला सियाली कुलियां के समीप गुजरती चक्की खड्ड में से आज सुबह 4 सैन्यनुमा बैग मिलने से सनसनी फैलने की सूचना है। सुबह शौचादि के लिए जाते समय मोहल्लानिवासियों ने उक्त बैगों को वहां पड़े हुए देखा। इस पर उन्होंने इस बाबत वार्ड पार्षद विश्वनाथ को सूचित किया। पार्षद विश्वनाथ ने तुरंत आगे इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलने पर डिवीजन नं.-2 की पुलिस व अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा स्थिति की समीक्षा करने के बाद इन बैगों को कब्जे में ले लिया। पार्षद विश्वनाथ ने पुलिस को बताया कि इन चारों बैगों में से महज प्लास्टिक के इक्का-दुक्का लिफाफे मिले हैं तथा और किसी प्रकार की संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। उसने बताया कि ये बैग ऐसे स्थल पर पड़े थे, जहां तक आम जनता के लिए पहुंचना विषमताओं भरा है। वहीं जब इस संबंध में पुलिस से बात की गई तो पुलिस ने ऐसी किसी भी बात होने न होने की कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की। 

लोगों के लिए चिंता का विषय
संदिग्ध लोगों का पुलिस द्वारा न पकड़ा जाना जिला पठानकोट के लिए किसी खतरे से खाली नहीं हैं। जिसके चलते कहा जाए कि जिला पठानकोट में अभी भी आतंक के पूरी तरह से बादल मंडरा रहे हैं जो लोगों के लिए ङ्क्षचता का विषय है। उल्लेखनीय है कि आतंकियों की शरणस्थली पाकिस्तान जो भारत को हमेशा नीचा दिखाने में लगा रहता है, वहीं आतंकी संगठन भी पाकिस्तान सरकार के साथ मिलकर भारत में आए दिन अपनी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं। 

बमियाल क्षेत्र पंजाब में घुसने के लिए बहुत ही सुरक्षित स्थल
बता दें कि आतंकियों को पंजाब राज्य में प्रवेश करने के लिए जिला पठानकोट का बमियाल क्षेत्र पंजाब में घुसने के लिए बहुत ही सुरक्षित स्थल रहा है जिसके चलते कई बार आतंकी इस क्षेत्र के माध्यम से पंजाब में घुसकर सुरक्षा कवच को धत्ता बताते हुए पंजाब में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इसका उदाहरण आतंकियों द्वारा जुलाई 2015 में रेलवे ट्रैक को उड़ाने के असफल प्रयास के बाद दीनानगर पुलिस थाने में आतंकी हमला करना, जनवरी 2016 की सुबह आतंकियों द्वारा वायु सैन्य स्टेशन पर हमला करना है। उसके पश्चात निरंतर जिला पठानकोट में संदिग्ध लोगों का देखा जाना प्रमुख हैं। इसके चलते अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन इन आतंकी घटनाओं पर नकेल डालने में कहां तक कामयाब होती है। 

Pardeep