बरामद 2 ड्रोन की दिल्ली व अन्य सैंटरों में होगी जांच

punjabkesari.in Sunday, Sep 29, 2019 - 12:22 PM (IST)

तरनतारन(रमन) : पंजाब में आतंकवाद की शुरूआत जिला तरनतारन से हुई थी। करीब 17 सालों बाद अब दोबारा इसी जिले में आतंकवाद पैर पसारने लगा है। यहां के कस्बा चोला साहिब से खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के 4 आतंकवादियों को बड़ी गिनती में हथियारों, 10 लाख रुपए की जाली भारतीय करंसी और वायरलैस सैटों के साथ काबू किया गया था। करंसी का इस्तेमाल युवा पीढ़ी को मालामाल कर आतंकवाद से जोड़ने के लिए करना था। इन आतंकवादियों ने हथियार ड्रोन की मदद से पाकिस्तान से मंगवाए थे।

अब तक 2 ड्रोन पुलिस ने कब्जे में लिए हैं जिनकी जांच दिल्ली व देश के कुछ अन्य सैंटरों से करवाने की बात सामने आ रही है। हालांकि इन बातों की कोई अधिकारी पुष्टि नहीं कर रहा है। खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स और बब्बर खालसा इंटरनैशनल के काबू किए गए इन आतंकवादियों का मुख्य मकसद पंजाब के अलग-अलग धार्मिक डेरों में आने वाले युवाओं को जाली करंसी से मालामाल कर उनसे बड़ी वारदातों को अंजाम दिलाना था। इन आतंकवादियों का रिमोट पाकिस्तान में बैठे मास्टरमाइंड रणजीत सिंह नीटा के हाथ में था। 

उल्लेखनीय है कि तरनतारन पुलिस ने 23 अगस्त को कमलजीत सिंह पुत्र जोङ्क्षगदर सिंह निवासी गग्ग कलां जिला लुधियाना, बलविंदर कुमार पुत्र हरभजन दास निवासी हीरापुर, लखविंदर सिंह पुत्र गुरबचन सिंह निवासी मेलका अकालियां जिला मोगा, अंग्रेज सिंह पुत्र बलबीर सिंह निवासी बहक पछाडिय़ा जिला फिरोजपुर को 8 लाख की भारतीय जाली करंसी सहित काबू किया था। अनुमान है कि इन आतंकवादियों के संबंध पंजाब में बैठे कई और तकनीकी माहिरों से हैं, जिनकी ओर से करीब 1 करोड़ रुपए की जाली करंसी बना बाजार में चलाई जा चुकी है।

पुलिस जाली करंसी समेत काबू आरोपियों का रिकार्ड खंगाल रही है।  इस संबंध में एस.पी. (आई) जगजीत सिंह वालिया ने बताया कि बब्बर खालसा इंटरनैशनल और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से संबंधित आतंकवादियों की पूरी जानकारी जुटाई जा रही है और इनके विदेशों में रहने वाले रिश्तेदारों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ खड़े होकर पुलिस का साथ दें।

swetha