CM के शहर में नदियों-नालों में फैंका जा रहा सीवरेज और फैक्टरियों का गंदा पानी

punjabkesari.in Friday, May 25, 2018 - 08:08 AM (IST)

पटियाला (राजेश/ बलजिन्द्र): चड्ढा शूगर मिल का ब्वॉयलर फटने से ब्यास नदी में गए फैक्टरी के जहरीले पानी के कारण जहां हजारों जीव-जंतु मारे गए, वहीं इस मुद्दे पर पूरे देश के पर्यावरण प्रेमी चिंतित हो गए हैं।

पंजाब में प्रदूषण को कंट्रोल करने और प्रदूषण फैलाने वाली फैक्टरियों और अन्य संस्थानों पर कार्रवाई करने के लिए बेशक पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड बनाया गया है और इस बोर्ड का हैड आफिस भी मुख्यमंत्री के शाही शहर पटियाला में है, पर इस के बावजूद भी शाही शहर पटियाला के नदी-नालों में सीवरेज व फैक्टरियों का गंदा पानी फैंका जा रहा है, जिस कारण इनमें प्रदूषण होने के कारण पर्यावरण पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

इन नदी-नालों के आस-पास के खेतों में किसान इस पानी का प्रयोग भी करते हैं, जिस कारण इस पानी के साथ पैदा होने वाली फसल खास करके सब्जियों मानवीय सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव डाल रही हैं। ‘पंजाब केसरी’ की टीम द्वारा शहर के घग्गर दरिया, पटियाला की छोटी नदी, बड़ी नदी समेत कई फैक्टरियों का दौरा किया गया, जहां देखा गया कि सीवरेज का पानी नदी-नालों में फैंका जा रहा है।

राजपुरा रोड पर कई कालोनियों का गंदा पानी नदी में गिराया जा रहा
पटियाला-राजपुरा रोड पर पड़ती कई कालोनियां और धार्मिक संस्थानों के सीवरेज का गंदा पानी नदी में गिराया जा रहा है। इस संबंधी बकायदा पाइप लाइन बिछाई हुई हैं, जिनके द्वारा सीवरेज का पानी नदी में फैंका जाता है।

Anjna