सो रहे परिवार के साथ हुआ रूह कंपा देने वाला हादसा, 11 साल के बच्चे की दर्दनाक मौत (तस्वीरें)

punjabkesari.in Sunday, Apr 11, 2021 - 04:40 PM (IST)

डेराबस्सी (अनिल): नजदीकी गांव मीरपुर में बीती रात हुए हादसे में घर की कच्ची छत गिरने से ग्यारह साल के बच्चे की मौत होने का समाचार प्राप्त हुआ है और बाकी पारिवारिक मैंबर गंभीर जख्मी हो गए हैं। जानकारी मुताबिक घटना करीब रात ग्यारह बजे की है, जहां पूरा परिवार जिसमें तीन बच्चे और पति-पत्नी अपने कमरे में सो रहे थे। 

राम कुमार (35) उसकी पत्नी गीता (30), हरजीत सिंह (11) तथा अन्य दो बच्चे अमित और आदिशा जिन पर अचानक कच्ची छत आ गिरी। कमरे से बाहर सो रही बुज़ुर्ग महिला जो मृतक बच्चे की दादी है, धमाके होने की आवाज़ सुनते ही उसने पड़ोसी को इकट्ठा कर लिया परन्तु समझ में नहीं आ रहा था कि यह हादसा कैसे हो गया। पड़ोसी ने छत के ऊपर से लकड़ी की सीढ़ी लगा कर परिवार को वहां से निकाला। बहुत मेहनत से मिट्टी से ज़ख़्मी हालत में पूरे परिवार को निकाला गया। लोगों की तरफ से घायलों को डेराबस्सी सरकारी अस्पताल लाया गया जहां परिवार की हालत गंभीर देखते हुए डाक्टरों ने सैक्टर 32 चंडीगढ़ रैफर कर दिया। वहां बच्चे का ऑपरेशन भी किया गया परन्तु बच्चा नहीं बच पाया। दो बच्चों को मामूली चोटें लगीं जिनको इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। 

हादसे का जायजा लेने मौके पर पहुंचे हलका विधायक एन.के शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि यदि इन लोगों को कांग्रेस सरकार की तरफ से कच्ची छत के लिए पैसे मिल जाते तो यह हादसा न होता। शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने गरीब लोगों के लिए मकानों की छत के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से पैसे मंज़ूर करवाएं थे। अब तक चार साल से ज़्यादा हो गए किसी को भी यह पैसा नहीं दिया गया। कांग्रेस सरकार ने गरीब लोगों के हकों को ख़त्म करते हुए सिर्फ़ अपना ही फायदा सोचा है। 


कांग्रेस के हलका इंचार्ज दीपइंदर सिंह ढिल्लों ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए कहा कि परिवार को सरकार की तरफ से पूरा मुआवजा दिलवाया जाएगा और इस घटना की पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि हलका विधायक इस मामले पर अपनी राजनितिक रोटियां सेंक रहे हैं। उनकी तरफ से इस मामले को दूसरे तरफ खींचा जा रहा है।

नगर कौंसिल प्रधान रणजीत सिंह रैडी ने कहा कि पीड़ित परिवार को पूरा मुआवज़ा दिया जाएगा और कच्चे मकान की छत के लिए भरे गए फार्मों की जांच की जाएगी। वैसे अब तक जितने भी फार्म भरे गए हैं सबको कच्ची छत्त\कच्चे मकानों के लिए पैसे जारी किए जा चुके हैं और आगे भी जारी किए जा रहे हैं।

Content Writer

Tania pathak