गरीबी के कारण गांव नहीं पहुंचा पति का शव, व्हाट्सअप पर संस्कार देख फूट-फूट कर रोई पत्नी

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 12:29 PM (IST)

अमृतसर। अमृतसर में दशहरे के दिन हुए रेल हादसे में एक प्रवासी मजदूर का शव पैसों के अाभाव में घर नहीं पहुंच सका। मृतक बिहार के गोपाल गंज का रहने वाला था। मृतक के परिजनों से एंबुलेंस वाले शव को घर पहुचाने के लिए 40 हजार रुपए की मांग कर रहे थे, जो मृतक परिजनों के पास नहीं थे। नतीजन मृतक का अंतिम संस्कार अमृतसर में ही करना पड़ा और की पत्नी ने अपने मृतक पति का दाह संस्कार व्हाट्सअप  के जरिए देखा। 

बिहार का रहने वाला था मृतक

पंजाब के अमृतसर में दशहरे वाले दिन हुए रेल हादसो में प्रवासी गरीब मजदूरों की भी जानें गई। पंजाब सरकार मृतकों व घायलों के परिजनों को राहत देने के दावे तो कर रही है, लेकिन इसके उल्ट कुछ प्रवासी परिवार ऐसे भी थे जिन्हें शवों को पैतृक स्थान पर ले जाने के लिए कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। ऐसा ही मामला बिहार के गोपालगंज बरोली के रहने वाले राजेश भक्त के परिवार के साथ घटा। राजेश भक्त की मौत भी रेल हादसे में हुई थी।

40 हजार रुपए मांग रहे थे एंबुलेंस के......

मृतक राजेश भक्त के भाई ने बताया कि एंबुलेंस वाले लाश घर लेजाने के लिए 40 हजार मांग रहे थे। घर की बुरी हालत होने के कारण उन को मजबूरी में ही लाश का संस्कार अमृतसर में ही करना पड़ा। उसके भाई की पत्नी अपने पति के अंतिम दर्शन भी न कर सकी। उसने अपने पति की मृतक देह की फोटो व अंतिम संस्कार व्हाट्सअप पर ही देखी। अपने पति के अंतिम दर्शन के लिए भावुक हुई पत्नी शारदा देवी फूट -फूट कर रो रही थी। राजेश के भाई ने बताया कि घर की हालत इतनी बुरी है कि बच्चों का पालन -पोषण और बच्चों को पढ़ाने तक के लिए पैसे नहीं हैं। 


 

Suraj Thakur