कोयला खत्म होने के बाद थर्मल प्लांट हुआ बंद, पावरकॉम ने बिजली की खरीद बढ़ाई

punjabkesari.in Tuesday, Oct 13, 2020 - 11:16 AM (IST)

चंडीगढ़/पटियाला (परमीत) : पंजाब में कोयला खत्म होने बाद में गोइंदवाल साहिब थर्मल प्लांट बंद हो गया है, जबकि बिजली की मांग में आंशिक वृद्धि के बाद पावरकॉम ने अपनी बिजली खरीद बढ़ा दी है। गोइन्दवाल साहिब प्लांट गुजरी देर रात को कोयला खत्म होने के कारण बंद हो गया। इस प्लांट में सिर्फ 0.18 दिन का कोयला बाकी पड़ा था जो रात खत्म हो गया। इस दौरान पिछले 2 दिनों में गर्मी के हालातों के कारण बिजली की मांग में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई जिसको देखते पावरकॉम ने अपनी खरीद बढ़ा दी है। 

9 अक्तूबर तक बिजली की जो मांग 1557 लाख यूनिट थी, वह 10 अक्तूबर को बढ़ कर 1678 और 11 अक्तूबर को 1780 लाख यूनिट हो गई। 9 अक्तूबर को पावरकॉम ने बाहरी स्रोतों से 1241 लाख यूनिट बिजली खरीदी थी जो 10 को 1358 और 11 को 1458 लाख यूनिट पर पहुंच गई। प्राइवेट प्लांटों से पावरकॉम इस समय पर सिर्फ 78 लाख यूनिट बिजली प्राप्त कर रहा है, जबकि बी.बी.एम.बी. से इसको 100 लाख यूनिट से ज्यादा और पन बिजली प्रोजैक्टों से 125 लाख यूनिट से ज्यादा बिजली प्राप्त हो रही है। प्राइवेट सैक्टर के तलवंडी साबो प्लांट में इस समय 1.81 दिन का कोयला रह गया है और इसका एक यूनिट रविवार देर रात से बंद है जबकि दूसरा निर्धारित 660 मेगावाट सामथ्र्य से आधी 335 मेगावाट बिजली पैदा कर रहा है। इसी तरह राजपुरा प्लांट में 4.52 दिन का कोयला रह गया है और इसके दोनों यूनिट भी 700 मेगावाट प्रत्येक की सामथ्र्य के मुकाबले आधी समर्थता 329 मेगावाट बिजली पैदा कर रहे हैं। सूत्रों मुताबिक सोमवार की रात से यह पैदावार और घटाए जाने का प्रस्ताव है और यह निर्धारित क्षमता से सिर्फ 25 प्रतिशत ही बिजली पैदा करेगा।

चाहे प्राइवेट सैक्टर के प्लांटों में कोयले की कमी है और ये तकरीबन आधी से भी कम क्षमता पर बिजली पैदा कर रहे हैं परन्तु इसके बावजूद पावरकॉम ने अपने 2 सरकारी प्लांट शुरू नहीं किए। दोनों में से रोपड़ में 6.16 दिन और लहरा मोहब्बत में 4.22 दिन का कोयला बाकी है। पावरकॉम पूरी योजनाबंदी के साथ चल रहा है।

Tania pathak