Lockdown में सिर्फ 1 महीने में तैयार हुआ ये इंजन, अब कोयले और बिजली के बिना दौड़ेगी 'ट्रेन'

punjabkesari.in Wednesday, Aug 19, 2020 - 02:23 PM (IST)

लुधियाना (नरेन्दर): कोरोना महामारी के दौरान उत्तर रेलवे की तरफ से फिरोजपुर मंडल के अधीन लुधियाना में बैटरी के साथ चलने वाला लोकोमोटिव इंजन बना कर तैयार कर दिया गया है। इसको आत्म निर्भरता की बड़ी मिसाल वजह पेश किया जा रहा है। इस इंजन की ख़ासियत यह है कि यह 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार के साथ शंटिंग का काम करेगा।

लुधियाना रेलवे के आशीष वर्मा और मोहन स्वरूप सीनियर इंजीनियर इलेक्ट्रिक ने बताया कि इस इंजन को लॉकडाउन के दौरान 1 महीने के समय में तैयार किया गया है और इसलिए 6 सदस्यों की विशेष टीम बनाई गई थी, जिन्होंने एक महीना दिन-रात मेहनत करने के बाद इसको तैयार किया है।

PunjabKesari

लुधियाना फिरोजपुर मंडल की तरफ से साल 1975 में तैयार किये इंजन के मॉडल को अपग्रेड किया गया है और इस टीम की तरफ से उत्तर भारत का पहला ऐसा इंजन तैयार किया गया है, जोकि 15 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार के साथ शंटिंग का काम करेगा। आशीष वर्मा और मोहन स्वरूप ने बताया कि फ़िलहाल इस इंजन को सिर्फ़ अंदरूनी कामों के लिए इस्तेमाल किया जायेगा परन्तु उनको उम्मीद है कि आने वाले कुछ सालों में रेलवे इस सैक्टर में आगे बढ़ेगा और फिर यात्रियों वाले इंजन की भी बैटरियों के साथ चला करेंगे।

उन्होंने बताया कि इस इंजन की ख़ासियत यह भी है कि जो डीज़ल इंजन उनके पास काम करते हैं, वह महीने का चार से छह लाख रुपए का डीज़ल प्रयोग करते हैं परन्तु बैटरी वाले इंजन के साथ इस पर लागत काफ़ी घटेगी और रेल विभाग को इसका काफ़ी फ़ायदा होगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tania pathak

Recommended News

Related News