बलिदान की मिसाल है यह मंच : मास्टर मोहन लाल

punjabkesari.in Sunday, Sep 16, 2018 - 10:22 PM (IST)

जालंधर: पंजाब के पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल ने कहा कि वह बचपन से शहीद परिवार फंड समारोह में  शरीक होते रहे हैं। देश की एकता और अखंडता के प्रतीक ऐसे समारोहों का दायरा पहले काफी सीमित हुआ करता था परन्तु आतंकवाद की बढ़ती आग के कारण इस समारोह को भी अपना दायरा विशाल करना पड़ा। यहां ऐसे परिवार बैठे हैं जिनका कोई कसूर नहीं था परन्तु उन्होंने आतंकवाद का दंश झेला। ङ्क्षहद समाचार परिवार 10 हजार से ज्यादा परिवारों के जख्मों पर मरहम लगाने के अलावा असंख्य परिवारों के लिए सहायता का सबब बन चुका है और हर आपदा में यह परिवार देश के साथ खड़ा हुआ है। पारदर्शी तरीके से 61 करोड़ रुपए इकटठे करके बिना भेदभाव बांटे गए और इस मंच ने खुद को राजनीति और धर्म से दूर रखा। 

धर्म को वोटों से न जोड़ा जाए : मंगत राम पासला
कम्युनिस्ट नेता मंगत राम पासला ने कहा कि असहाय परिवारों की जो मदद आज हिन्द समाचार परिवार कर रहा है, वह मदद सरकारों को करनी चाहिए थी परन्तु सरकारें अपनी भूमिका सही ढंग से अदा नहीं कर रहे। इस बात पर मंथन होना चाहिए कि आतंकवाद पैदा क्यों हुआ जो काम हथियार नहीं कर सकते, वह काम शब्दों द्वारा भी हो सकता है और हिन्द समाचार ग्रुप इस मंच से यह कार्य बाखूबी कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह मंच राम मोहम्मद सिंह यानी शहीद उधम सिंह की विचारधारा का मंच है जिसने अंग्रेजों से बदला लेकर नई परम्परा का निर्वाह किया। आज ऐसी परम्परा की पुन: जरूरत है। आज बेअदबी करने वाले तत्वों को भी अलग-थलग करना चाहिए। धर्म के नाम पर लड़ाई उचित नहीं बल्कि मर्जी से धर्म के चयन का अधिकार होना चाहिए। आतंकवाद का साथ देने की बजाय राजनीतिक दलों को कुरीतियों के खात्मे हेतु मंथन करना चाहिए।

जिनके पास नागरिकता नहीं, जे.एंड के. में उनका सर्वे हो : बाबा कश्मीरा सिंह
धार्मिक विभूति तथा एस.जी.एल. ट्रस्ट के चेयरमैन बाबा कश्मीरा सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जम्मू-कश्मीर में जिन लोगों के पास नागरिकता नहीं हैं उन लोगों का सर्वे करके उन्हें केंद्र सरकार की ओर से ग्रांट मिलनी चाहिए। अगर सीमा पर बाड़ लग सकती है तो ऐसा सर्वे भी मुमकिन है। उन्होंने कि जिसने दुख न सहा हो उसे दुख का पता नहीं चलता। मेरे संबंधियों और खुद मुझ पर आतंकवादी हमलों का साया पड़ा, विजय चोपड़ा जी ने मुझे इस सेवा कार्य से जुडऩे का मौका दिया। मैंने खुद जम्मू-कश्मीर के कैंपों में जाकर वहां के हालात को आंखों से देखा। इस अवसर पर बाबा कश्मीरा सिंह ने दो ट्रक राहत सामग्री वहां भेजने की घोषणा की।

खालिस्तान न बनने दिया, न बनने देंगे : मनिन्द्रजीत बिट्टा
आतंकवाद विरोधी मोर्चा के चेयरमैन मनिन्द्रजीत सिंह बिट्टा ने अपने संबोधन में कहा कि पंजाब में आतंकवाद पुन: सिर उठा रहा है परन्तु ऐसे तत्वों को कड़ा संदेश है कि न खालिस्तान बनने दिया गया और न बनने देंगे। खालिस्तान हमारी लाशों पर बनेगा। राजनीतिक पाॢटयों को सोचना होगा कि हमने 26 हजार बेगुनाहों के खून से क्या सबक सीखा। पंजाब की धरती महाराजा रणजीत सिंह, साहिबजादों, भगत सिंह, बाबा दीप सिंह, हरि सिंह नलवा जैसे शूरवीरों की धरती है। अब रिफ्रैंडम के नाम पर इसे तोडऩे का प्रयास सफल नहीं होने देंगे। पाक, जो हमारे से ही निकला हुआ है, उसकी क्या हिम्मत हमारी ओर देख भी ले। श्री बिट्टा ने अरविंद केजरीवाल को संबोधित करते हुए कहा कि कट्टर आतंकी रहे दविन्द्रपाल सिंह भुल्लर के डिप्रैशन की ङ्क्षचता करके और फांसी से बचा कर आपने उसे वापस उसके घर भेज दिया। उसकी फिक्र की बजाय आतंकवाद पीड़ितों की परेशानी क्यों नहीं की। जहां राष्ट्र का सवाल है वहां आतंकियों के खिलाफ खड़ा होना होगा वर्ना शहीदों का अपमान होगा। 

धर्म से फायदा न ले, इससे सीखें : सुंदर श्याम अरोड़ा
पंजाब के उद्योग मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि आज समय की जरूरत धर्म से सीख लेने की है न कि उससे फायदा लेने की। आज राजनीतिक लोगों की समाज में इज्जत इसलिए कम होती जा रही है क्योंकि कुछ तत्व धर्म और राजनीति को इकटठे कर रहे हैं और इसका फायदा उठा रहे हैं। आज यह शपथभी लेनी चाहिए कि काले दिनों को नहीं आने देंगे। श्री अरोड़ा ने कहा कि एक समय था जब खून नालियों में बहा करता है परन्तु लाला जगत नारायण जी ने संदेश दिया कि यही खून नाडिय़ों में बहना चाहिए। इस ग्रुप द्वारा चलाया गया रक्तदान अभियान निरंतर जारी है। शहादते देने के बाद भी ग्रुप की कलम नहीं रुकी और यह संस्थान आज भी देशभक्ति की मिसाल है। दुख के समय किसी का साथ देना भी सबसे बड़ी देशभक्ति है।

दल से ऊपर होता है देश : श्वेत मलिक
सांसद तथा पंजाब भाजपा के प्रधान श्वेत मलिक ने कहा कि देश दल से कहीं ऊपर होता है। आतंकवाद के दिनों में सभी पाॢटयों के नेताओं ने मिलकर इसका सामना किया और इसके खिलाफ रणनीति बनाई। सभी पाॢटयों ने नेताओं के बलिदान दिए।अब भी पंजाब के मुख्यमंत्री से अपील है कि राज्य में जो आतंकी तत्व पुन: सिर उठा रहे हैं उनके खिलाफ रणनीति बनाने हेतु सभी पॢटयों की एक बैठक काल करें और आतंकवाद विरुद्ध मैसेज दें। सभी इकटठे होकर लड़ेंगे। इस ग्रुप ने आतंकवाद के खिलाफ जो लड़ाई लड़ी उसका शब्दों में उल्लेख नहीं हो सकता। लाला जी से लेकर आज की पीढ़ी तक देश सेवा में लगी हुई है और जनता की आवाज बनी है। कठिनाइयों और बलिदान देने के बावजूद यह परिवार डरा नहीं बल्कि अपना काम निरंतर कर रहा है। निजी स्वार्थों की बजाय दुखियों के दर्द दूर कर रहा है जिस पारदॢशता से करोड़ों रुपए इक_े किए गए और बांटे गए वह एक मिसाल है। 

राजनेताओं की देन है यह लड़ाइयां : साधु सिंह धर्मसोत
पंजाब के वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने कहा कि आज जो भाड़े  के टट्टू देश तोडऩे की बातें कर रहे हैं, वह सब बातें राजनेताओं की देन हैं जो वोटों के लिए लड़ाइयां करवा रहे हैं चाहे गुजरात हो या पंजाब धर्म के आधार पर जो भी वोट मांगने आए उसे भगा दो। ऐसे तत्व हिंदुस्तानी नहीं हो सकते बल्कि राजनीतिक रोटियां सेकते हैं। ऐसे तत्वों से साफ कहो कि वह अपने नाम, अपने काम और पार्टी के दम पर वोट मांगे।उनकी शरारतों को सफल न होने दें। उन्होंने कहा कि आज देश की मिट्टी खून से ज्यादा कीमती है। खून दे देंगे परन्तु मिट्टी नहीं देंगे। गुरुओं ने उपदेश दिए कि सरबत का भला करो और दूसरों के दुख में शरीक रहो, आज ऐसे सहायता वितरण समारोह उन्हीं उपदेशोंका पालन कर रहे हैं। पंजाब के काले दिनों की याद करके आज भी मन सिहर जाता है परन्तु इस परिवार ने सदैव एकता, अखंडता को बढ़ावा दिया।

Des raj