हरीके वेटलैंड पहुंचा हजारों रंग-बिरंगे पक्षियों का झुंड, तस्वीरों में देखें खूबसूरत नजारा

punjabkesari.in Saturday, Jan 01, 2022 - 01:49 PM (IST)

तरनतारन (रमन‌): जिला तरनतारन के अधीन आते हरीके पत्तन में स्थित वेटलैंड में पहुंच चुके रंग-बिरंगे सुंदर विदेशी पक्षियों की संख्या बढ़ कर करीब 70 हजार हो गई है। आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ कर करीब 1 लाख तक पहुंच जाएगी। रंग-बिरंगे अलग-अलग प्रजातियों के मनमोहक पक्षियों के इलावा इस साल काफी सालों बाद वूली नेकेड स्टॉर्क नामक पक्षी को भी देखा गया है। इस हरीके पत्तन स्थित वेटलैंड में प्रतिदिन रौनकें बढ़ रही हैं, जिसके अंतर्गत बढ़ रही ठंड का आनंद पक्षियों की तरफ से माना जा रहा है।

जिक्रयोग्य है कि हर साल की तरह इस साल भी सर्दियों दौरान 2 हजार किलोमीटर का सफर तय करके विदेशी सुंदर पक्षी अंतरराष्ट्रीय बर्ड सेंचुरी (वेटलैंड) में पहुंच गए हैं। इनकी मेहमान नवाजी करने और सुरक्षा के लिए जंगलात विभाग और वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड की टीम द्वारा दिन-रात चौकीदारी की जा रही है। ठंड के साथ हरीके पत्तन वेटलैंड में विदेशी पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियों के आने से इलाके का माहौल खुशगवार बन गया है। इन पक्षियों की चहचहाहट के साथ वातावरण मनमोहक होता नजर आ रहा है और लोगों की आमद में वृद्धि होनी शुरू हो गई है। हरीके पत्तन वेटलैंड झील में शांतमयी माहौल होने के कारण पक्षी अपनी मस्ती करते और खेलते देखे जा सकते हैं। इनकी देखभाल के लिए अलग-अलग टीमें अपने कामों में लगीं हुई हैं। 

वूली नेकेड स्टॉर्क नामक पक्षी ने बढ़ाईं रौनकें 
इस बर्ड सेंचुरी (वैटलैंड) में साल के आखिर में वूली नेकेड स्टॉर्क नामक पक्षी को देखा गया है, जो काफी सालों बाद हरीके पत्तन में देखा गया है। इसके इलावा पहले हर साल रूडी शेल्डक, कोमन शेल्डक, शौवलर, कॉमन पोचार्ड, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, ग्रे-लेग-गूज, पिन टेल, नोरथन शौवलर, गाडवाल, गाडविट्ट, रफ़ एंड रीव, नारथन लैपविंग, फिरोजन पोचार्ड, वूली नेकेड स्टॉर्क, सैंडपाइपर, साइबेरियन गलज, स्पून बिल्लज, पेंटेड स्टॉर्क, कॉमन टौचर्ड आदि के इलावा करीब 250 किस्म के पक्षी हर साल आकर खेलते-मस्तियां करते नजर आते हैं। इस साल इनके इलावा पाइड और एवोसेट नामक पक्षी भी खूब रौनक बढ़ा रहे हैं। देशों-विदेशों में इन पक्षियों की करीब 350 किस्में पाई जाती हैं।

हरीके वेटलैंड में तैनात जिला जंगलात अफसर नलिन यादव और वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड के प्रॉजैक्ट अफसर मैडम गीतांजली ने बताया कि जनवरी के आखिर में पक्षियों की संख्या की जाएगी। उन्होंने बताया कि हरीके पत्तन पहुंचने के लिए पक्षी हरीके सेंट्रल एशियन फ्लाईवे द्वारा पहुंचते हैं, जो मंगोलिया, क्रिगिस्तान, यूरोप, रशिया, साइबेरिया के इलावा लेह लद्दाख और जम्मू-कश्मीर से भी आते हैं।

Content Writer

Sunita sarangal