पाक जरीए तरनतारन में टिड्डी दल के दाखिल होने के मिले संकेत, कई जिलों में अलर्ट जारी

punjabkesari.in Thursday, May 28, 2020 - 10:29 AM (IST)

तरनतारन(रमन): पंजाब के खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से फसलों को नुक्सान पहुंचाने वाले टिड्डी दल संबंधित जिला तरनतारन समेत फाजिल्का, फिरोजपुर, श्री मुक्तसर साहिब, बठिंडा आदि जिलों को अल्र्ट जारी कर दिया है, जिसके अंतर्गत जिले के खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से इस मुसीबत के साथ निपटने के लिए किसानों को अलर्ट रहने के लिए जागरूक करना शुरू कर दिया गया है। गौर हो कि भारत के पाकिस्तान के साथ लगते सरहदी जिले में पड़ोसी देश जरीए टिड्डी दल के दाखिल होने की सूचना मिलने के साथ जिले के 61,700 किसान परिवारों की नींद उड़ गई है। 

विभाग कर रहा है जागरूक
खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से इस अलर्ट को मुख्य रखते हुए सरहदी गांवों का खास ध्यान रखते हुए किसानों को टिड्डी दल (विशेष किस्म का कीड़ा) की पहचान और उससे बचाव किस तरह करना है, को लेकर जागरूक किया जाना शुरू कर दिया गया है। इस संबंधित जिला खेतीबाड़ी अधिकारी कुलजीत सिंह सैनी ने बताया कि पाकिस्तान वाली साइड से एक विशेष किस्म के कीड़ों का झुंड जिसको टिड्डी दल कहा जाता है, भारतीय सरहद जरीए दाखिल हो सकता है। यह टिड्डी दल जो हरे पत्तों को बहुत तेजी के साथ नुक्सान पहुंचाता है। इस समय पर गेहूं की कटाई के बाद किसान धान की फसल बीजने की तैयारियां कर रहे हैं, जिस कारण जिले में हरा चारा, सब्जियां और फलों के बागों को यह कीड़ा नुक्सान पहुंचा सकता है। यह टिड्डी दल पाकिस्तान में फसलों का काफी नुक्सान कर चुका है और अब राजस्थान के ’यादातर इलाकों में दाखिल होकर फसलों को नुक्सान पहुंचा रहा है, जिसके अंतर्गत पंजाब खेतीबाड़ी विभाग और एग्रीकल्चर यूनिर्वसिटी की तरफ से तरनतारन जिले समेत ओर जिलों को अल्र्ट जारी करते हुए इस टिड्डी दल के संभावित हमले को लेकर सुचेत रहने की अपील की जा रही है और इस पर तीखी नजर रखने के हुक्म जारी किए गए हैं, जिसके अंतर्गत उनकी सभी टीमें खास कर पाकिस्तान के साथ लगती सरहद नजदीक मौजूद गांवों की मोनिटरिंग करने में लग गई हैं। यह फलदार और अन्य वृक्षों को भी नुक्सान पहुंचाता है। उन्होंने बताया कि चाहे अब तक जिले में इसका कोई नामो निशान नहीं देखा गया, लेकिन विभाग की तरफ से इससे बचाव को लेकर तैयारियां की जा रही हैं।

जिले में एक्शन प्लान तैयार 
डी.सी. प्रदीप कुमार सभ्रवाल ने बताया कि इस विशेष किस्म के कीड़ो के नुक्सान संबंधित जिले के किसानों को खेतीबाड़ी विभाग की तरफ से जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान एक एक्शन प्लान तैयार कर विशेष टीमों का गठन किया गया है, जिसमें जिले के हर विभाग के अधिकारी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है।

किसानों की उड़ गई नींद
किसान बलदेव सिंह, मनदीप सिंह, कुलदीप सिंह, अवतार सिंह, सुबेग सिंह, नरिंदर सिंह, हरजीत सिंह ने बताया कि इस टिड्डी दल की खबर सुन उनको धान बीजने की तैयारियों को विचारधाराओं में डाल कर रख दिया है। पहले कोरोना और अब टिड्डी दल ने किसानों की नींद उड़ाकर रख दी है। उनकी मांग की है कि प्रशासन को इस बीमारी की तरफ विशेष ध्यान देते हुए किसानों के होने वाले नुक्सान को बचाने के लिए उचित कदम उठाने चाहिएं।

किस तरह किया जा सकता है बचाव
जिला खेतीबाड़ी अधिकारी कुलजीत सिंह ने बताया कि यह टिड्डी दल बड़ी मात्रा में झुण्ड बना कर पौधों और हरे पत्तों पर हमला करता है, जो शाम के 7 बजे के बाद अंधेरा होने की सूरत में एक जगह पर बैठा रहता है, जिस कारण इसको मारने के लिए कलोरोपायरीफौस 20 परसैंट दवाई की 1200 एम.एल. मात्रा 500 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हैक्टेयर जमीन के लिए सप्रेय जरीए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी तरह कलोरोपायरीफौस 5 परसैंट दवाई की 1200 एम.एल. मात्रा 500 लीटर पानी में और लैमडा 5 परसैंट दवाई की 400 एम.एल. मात्रा 500 लीटर पानी में मिलाकर एक हैक्टेयर जमीन के लिए खेतीबाड़ी माहिरों की सलाह के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है।


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