रेलवे के ‘सेफ सफर’ ने बढ़ाई यात्रियों की परेशानी

punjabkesari.in Saturday, Jun 02, 2018 - 03:07 PM (IST)

जालंधर(गुलशन): समर सीजन में ट्रेनों की लेट-लतीफी से यात्री काफी परेशान हो रहे हैं। लंबी दूरी की लगभग सभी मेल व एक्सप्रैस ट्रेन 2 से 15 घंटे की देरी से चल रही है। यू.पी., बिहार की ओर जाने और आने वाली ट्रेनों का तो काफी बुरा हाल है। रेलवे के मुताबिक ट्रेनों की मुख्य वजह ट्रैक की मैंटीनैंस है। ट्रैक की मैंटीनैंस के लिए अलग-अलग रेल सैक्शनों में ब्लॉक लिए जा रहे हैं, ताकि हादसों की गुंजाइश न रहे। रेलवे के इस ‘सेफ  सफर’ ने यात्रियों की मुश्किलों को काफी बढ़ा दिया है। अगले कुछ महीनों तक इससे राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे। 

अधिकारियों के मुताबिक मौजूदा आधारभूत ढांचा में एक ही ट्रैक पर शताब्दी, राजधानी, मेल, पैसेंजर और गुड्स ट्रेनें चल रही हैं। गुड्स ट्रेन की स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटा है। सूत्रों के मुताबिक इस समय गुड्स ट्रेनें औसतन 26 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल रही हैं जिसका असर यात्री ट्रेनों पर भी पड़ रहा है। ट्रैफिक ज्यादा और स्पीड कम होने की वजह से ट्रेनें लेट हो रही हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए रेल मंत्रालय और बोर्ड द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। 

गुड्स ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए ईस्टर्न और वैस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं। लुधियाना से कोलकाता तक 1800 किलोमीटर ईस्टर्न कोरिडोर बनाया जा रहा है जिसका 800 किलोमीटर तक का काम पूरा कर लिया गया है। शेष कार्य भी तेजी से चल रहा है।

 

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