हिट एंड रन कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे ट्रक ऑप्रेटर, किया चक्का जाम

punjabkesari.in Monday, Jan 01, 2024 - 03:37 PM (IST)

नूरपुरबेदी (भंडारी): केंद्र सरकार द्वारा ड्राइवरों के खिलाफ हादसा होने की सूरत में सजा के लिए ‘हिट एंड रन’ के तहत बनाए गए सख्त कानूनी केंद्रीय कानून के विरोध में आज एकत्रित हुए बड़ी संख्या में ट्रक ऑप्रेटरों तथा अन्य वाहन चालकों का उस समय गुस्सा फूट पड़ा जब उन्होंने इसके विरोध में अड्डा काहनपुर खुही पर श्री आनंदपुर साहिब-गाहशंकर मुख्य मार्ग पर अनिश्चित काल के लिए चक्का जाम शुरू कर दिया।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सड़क हादसों में जा रही कीमती जानों को गंभीरता से लेते हुए तथा इस पर नकेल डालने के उद्देश्य को लेकर हाल ही में ‘हिट एंड रन’ मामले के तहत बेहद सख्त कानून बनाया है। इसके अनुसार दुर्घटना होने पर संबंधित वाहन चालक द्वारा पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा और यदि इस दुर्घटना में किसी की मृत्यु हो जाती है, तो इस नए कानून के तहत जिम्मेदार चालक को 10 साल की सजा और 5 लाख रुपए के भारी भरकम जुर्माने की व्यवस्था की गई है।

इस मौके पर ट्रक ऑप्रेटरों ने कहा कि दुनिया के किसी भी देश में इस तरह के नादरशाही आदेश का कोई उदाहरण नहीं है। जबकि ऐसा कानून सिर्फ भारत देश में ही अस्तित्व में आया है। इसे लागू करने से पहले न तो वाहन चालकों से सलाह ली गई और न ही ट्रक ऑप्रेटरों से जुड़े किसी संगठन से उनकी राय जानने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि ड्राइविंग एक जोखिम भरा काम है, देश में इस काम के लिए लोग लगे हुए हैं। लेकिन इसके बावजूद उक्त कानून बनाकर न सिर्फ उनके सम्मान को ठेस पहुंचाई गई है। लेकिन उक्त व्यवसाय अपनाने वालों का मनोबल भी टूटा है।

ट्रक ऑप्रेटरों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि कोरोना हो या युद्ध की स्थिति में यह चालक समुदाय देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहा है। जिसे अब उक्त कानून के दायरे में लाया जा रहा है और सड़कों पर चलने की बजाय घर बैठने को मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी दुर्घटना होने पर हर चालक भागता नहीं है। यदि ऐसी स्थिति कहीं भी या कभी भी घटित होती है तो इसके लिए उत्पन्न परिस्थितियां जिम्मेदार होती हैं, जिन्हें कानून निर्माताओं को भलीभांति समझना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पहले के कानून के तहत दुर्घटना की स्थिति में ड्राइवर को थाने से ही जमानत मिल जाती थी। जबकि मौजूदा कानून के मुताबिक, पहले ट्रक ऑप्रेटर को जेल भेजा जाएगा, जिसके बाद उसे कोर्ट पहुंचकर जमानत लेनी होगी। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने उक्त कानून वापस नहीं लिया तो वे पूरे देश में अपना संघर्ष तेज करेंगे। इस मौके पर बंत समुंदड़ियां, नरेश भनूहां, दासू हैबोवाल, बग्गू भनूहां, राणा नलहोटी, बिंदा समुंदडिय़ां, बग्गा पंडित टब्बा, नंबरदार शिंगारा भनूहां, भिंदू सेखोवाल, लड्डू पंडित टब्बा, रोशन समुंदड़ियां तथा निंदर रैंसड़ा समेत भारी संख्या में ट्रक ऑप्रेटरों ने नए कानून के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

चक्का जाम को नजरअंदाज करने वालों को हार पहनाकर किया शर्मिंदा

इस बीच ट्रक ऑप्रेटरों ने चक्का जाम को नजरअंदाज करते हुए सड़कों पर चल रहे कुछ ट्रक चालकों को रोका और उन्हें हार पहनाकर शर्मिंदा किया। जिसके बाद उक्त चालक भी अपनी गाड़ी रोककर उक्त चक्का जाम कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान धरने पर बैठे ट्रक ड्राइवरों ने कहा कि कुछ कम पढ़े-लखे ड्राइवर हैं जिन्हें नए कानून की जानकारी नहीं है और कुछ ड्राइवर ऐसे हैं जो अपने मालिकों के दबाव में या जीविकोपार्जन के लिए संघर्ष को नजरअंदाज करके काम में व्यस्त हैं।

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News Editor

Urmila