सीमांत क्षेत्र के पीड़ित परिवारों के लिए भिजवाई 509वें ट्रक की राहत सामग्री

punjabkesari.in Tuesday, May 14, 2019 - 08:15 AM (IST)

जालंधर (जोगिंद्र संधू): पाकिस्तान की सीमा से सटे भारतीय इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए आजादी की प्राप्ति के समय से ही मुश्किल हालात बने हुए हैं। पाकिस्तानी सैनिकों की तरफ से की जा रही गोलाबारी तथा आतंकवाद का खतरा सहने वाले सीमांत परिवारों को जंगली जानवरों की तरफ से फसलों का नुक्सान भी बर्दाश्त करना पड़ता है।

जम्मू-कश्मीर तथा पंजाब के सैंकड़ों गांव ऐसे हैं, जो 5 कि.मी. की सीमा पट्टी में स्थित हैं। इन इलाकों में प्राथमिक सुविधाओं की बहुत कमी दिखाई देती है तथा रोजगार के अवसर भी नाममात्र हैं। इस दर्दनाक स्थिति में जीवन व्यतीत करने वाले परिवारों के लिए जहां सुरक्षा का खतरा बना रहता है, वहीं उन्हें रोजी-रोटी की ङ्क्षचता का सामना भी करना पड़ता है।आतंकवाद पीड़ितों तथा सीमावर्ती क्षेत्रों के परिवारों का दुख-दर्द बंटाने के लिए ही पंजाब केसरी पत्र समूह की तरफ से अक्तूबर, 1999 से एक विशेष राहत अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अधीन 509वें ट्रक की राहत सामग्री बीते दिनों पठानकोट जिले से संबंधित सीमावर्ती परिवारों के लिए भिजवाई गई थी।

इस बार की राहत सामग्री का योगदान पोजेवाल से पंजाब केसरी  के प्रतिनिधि श्री तरसेम कटारिया के प्रयत्नों से बालयोगी स्वामी सुंदरमुनि जी बोरीवाले महाराज की तरफ से डेरा टेढ़ा पीर वृद्ध आश्रम कुनैल (होशियारपुर) से दिया गया है। सामग्री भिजवाने के इस पवित्र कार्य में प्रिंसीपल बख्शीश कौर, ठेकेदार भजन लाल, राजकुमार पारती तथा डा. रूप लाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।पद्मश्री विजय कुमार चोपड़ा जी की तरफ से जालंधर से रवाना किए गए इस ट्रक की सामग्री में 300 परिवारों के लिए प्रति परिवार 10 किलो आटा, 10 किलो चावल तथा एक कंबल शामिल था। सामग्री के वितरण हेतु योगाचार्य श्री वरिंद्र शर्मा की अगुवाई में जाने वाली राहत टीम में सी.आर.पी.एफ. के रिटायर्ड कर्मचारी एसोसिएशन के पंजाब प्रधान सुलिंद्र सिंह कंडी,  मुकेरियां के ठेकेदार जसविंद्र सिंह बिट्टू, तरसेम कटारिया, योगेश कटारिया, दीनानगर से पंजाब केसरी के प्रतिनिधि दीपक कुमार तथा बमियाल के मुनीष गुप्ता भी शामिल थे। 

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