सूरत सिंह खालसा प्रकरण में DMC के फंसे दो करोड़, कौमी इंसाफ मोर्चा ने झाड़ा पल्ला

punjabkesari.in Wednesday, Mar 01, 2023 - 11:41 PM (IST)

लुधियाना (सहगल): कौमी इंसाफ मोर्चा और जिला प्रशासन के बीच चल रही रस्साकशी के बीच बापू सूरत सिंह खालसा (89) का अस्पताल से डिस्चार्ज होना अभी भी अधर में है। डॉक्टरों की एक टीम सूरत सिंह खालसा के स्वास्थ्य का आंकलन कर रही है परंतु कौमी इंसाफ मोर्चा के प्रतिनिधियों का कहना है कि अस्पताल से डिस्चार्ज होना जिला प्रशासन के निर्देशों पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि वह मोहाली-चंडीगढ़ बार्डर पर चल रहे संघर्ष मोर्चे में बापू सूरत सिंह खालसा को शामिल करना चाहते हैं। दूसरी ओर पुलिस और प्रशासन सूरत सिंह खालसा की सेहत और आयु को आधार बनाकर अपनी दलीलें दे रहे हैं। 

उल्लेखनीय है कि इस प्रकरण के बीच दयानंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का 2 करोड का बिल पेंडिंग हैं। मोर्चे के प्रतिनिधियों का कहना है कि सूरत सिंह खालसा को जिला प्रशासन द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसलिए बिल की जिम्मेवारी भी उनकी है। अस्पताल के बिल काऊंटर से पूछने पर पता चला कि काफी समय से सरकार द्वारा कोई पैसा जमा नहीं कराया गया है और लगभग 8 साल से बापू सूरत सिंह खालसा अस्पताल में उपचाराधीन है। अस्पताल के एक प्रबंधक ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस प्रकरण में वह अपनी कोई राय नहीं दे सकते परंतु वह अस्पताल में आए हर मरीज की सेवा और उपचार के लिए प्रतिबद्ध हैं। दूसरी ओर कौमी इंसाफ मोर्चा और जिला प्रशासन से बातचीत का दौर जारी बताया जाता है। सुरक्षा के मद्देनजर अस्पताल में पुलिस की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

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Content Writer

Subhash Kapoor