चाचा अमरेंद्र और भतीजा सुखबीर मिलकर बचा रहे हैं सैनी को : जी.के.

punjabkesari.in Tuesday, Sep 15, 2020 - 10:20 AM (IST)

नई दिल्ली: 1991 के बलवंत सिंह मुल्तानी अपहरण और हत्या मामले में नामजद पंजाब पुलिस के पूर्व डी.जी.पी. सुमेध सैनी को गिरफ्तार करने में असफल रहने पर पंजाब पुलिस के खिलाफ शांतिपूर्ण रोष प्रदर्शन ‘जागो’ पार्टी के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. के नेतृत्व में सिख संगत द्वारा किया गया।

पंजाब भवन की ओर कूच करने के लिए सिख संगत ने प्रदर्शन की शुरूआत मंडी हाऊस मैट्रो स्टेशन के पास स्थित बाबा बंदा सिंह बहादुर की प्रतिमा से करनी थी पर पुलिस के उच्च अधिकारियों ने धारा 144 लगी होने तथा कोविड महामारी का हवाला देते हुए मंडी हाऊस से मार्च निकालने की मंजूरी नहीं दी जिसके बाद संगत ने सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए मंडी हाऊस बस स्टॉप के नीचे मानव शृंखला बना ली और सैनी की गिरफ्तारी के लिए नारेबाजी की।  जी.के. ने कहा कि मोहाली कोर्ट ने सैनी की गिरफ्तारी के लिए गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है। साथ ही पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने सैनी को जमानत देने से इंकार कर दिया है पर हैरानी की बात है कि जैड सुरक्षा प्राप्त सैनी पंजाब पुलिस की नाक के नीचे से फरार है।

जी.के. ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को चाचा व अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल को भतीजे की संज्ञा देते हुए दोनों की सैनी से दोस्ती होने का दावा किया तथा सैनी को बचाने का आरोप लगाया। जी.के. ने कहा कि 14 मार्च, 2012 को प्रकाश सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ चप्पड़चिड़ी के ऐतिहासिक जंग के मैदान में लेने के बाद सबसे पहला काम सैनी को 5 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दरकिनार करके डी.जी.पी. लगाने का किया था। 2015 में इसी सैनी के आदेश पर बादल सरकार के समय बहबलकलां में 2 निर्दोष और निहत्थे सिख नौजवान पुलिस की गोली से मारे गए थे क्योंकि वे गुरु ग्रंथ साहिब की बरगाड़ी में हुई बेअदबी का शांतिपूर्वक इंसाफ मांग रहे थे। इसलिए हम बादल और कैप्टन पर सैनी को बचाने का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस की लगातार चेतावनियों के बाद जी.के. ने प्रदर्शन समाप्त करने का ऐलान किया।


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