बेरोजगारों को छल रही हैं ऑनलाइन नौकरियां दिलाने वाली एजैंसियां

punjabkesari.in Wednesday, Jun 05, 2019 - 03:18 PM (IST)

अमृतसर (सफर) : रोजगार के नाम पर बेरोजगारों को छला जा रहा है। ऑनलाइन नौकरियां दिलाने वाली प्राइवेट प्लैसमेंट एजैंसियां ऐसे नौजवानों को निशाना बनाते हैं जो किसी प्राइवेट कंपनी में घर बैठे जब पाने के लिए लालायित रहते हैं। ज्यादातर ऐसे युवा निशाने पर होते हैं जो प्लस टू या फिर ग्रेजुएट के बाद नौकरी की तलाश में भटकते हैं। अमृतसर में जहां इमीग्रेशन सैंटरों की भरमार है वहीं ऐसे तमाम आफिस नौकरी दिलाने के नाम पर खुले हैं जो रोजगार दिलाने के नाम पर बेरोजगारों को छल रहे हैं। नौकरी दिलाने वाली एजैंसियों का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं होता और न ही कोई मापदंड। नौकरी दिलाने के बहाने पहले 300 से लेकर 500 रुपया फीस वसूला जाता है और उसके बाद 3 से 5 हजार रुपए  सिक्योरिटी मनी रिफंड करने की बात कहकर जमा करवा ली जाती है। रोजाना सैकड़ों बेरोजगार युवा ऐसे सैंटरों में नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार बनते हैं। ‘पंजाब केसरी’ ऐसे ही 2 मामलों के जड़ तक जाने की कोशिश की तो सामने ऐसा गौरखधंधा सामने आया जो 
आंखें खोल देता है।

3 बार अमृतसर से चंडीगढ़ भेजा, 6 हजार ठग लिए
विजय नगर निवासी हिमांशु बताते हैं कि उन्हें नौकरी की जरूरत थी। ऑनलाइन नौकरी पाने के लिए आवेदन किया। उन्हें रंजीत एवेन्यू 2 दिन बाद बुलाया गया। 500 रुपए रजिस्ट्रेशन के ले लिए। इंटरव्यू चंडीगढ़ में होगा और हरियाणा में बड़ी आई.टी. कंपनी में 35 हजार रुपए सैलरी के साथ ऑफर लेटर दे दी गई। चंडीगढ़ 3 बार गए। 6 हजार रुपए नौकरी दिलाने के नाम पर जहां ठग लिए गए वहीं 5 हजार रुपया चंडीगढ़ आने-जाने और वहां ठहरने में खर्च हो गया। अब कहा जा रहा है कि 3 बार उन्होंने इंटरव्यू के लिए भेजा, अगर कंपनी ने नहीं चुना तो उनका कसूर क्या है। तब से हिमांशु नौकरी के लिए दर-दर भटक रहा है। बी.कॉम किया 
है, कहता है पढ़ाई हो गई है, नौकरी तो मिल ही नहीं रही। 

एम.बी.ए. पास हिना अरोड़ा बनी ठगी का शिकार
हिना अरोड़ा इन दिनों दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में काम करती हैं। यह नौकरी उसने खुद ही तलाश की। पहले तो नौकरी पाने के लिए वेबसाइट का सहारा लिया लेकिन नौकरी तो नहीं मिली करीब 13 हजार रुपए गवां बैठी। हिना के पिता राजिंदर अरोड़ा  बताते हैं कि अमृतसर के बस अड्डे के पास एक पते पर ऑनलाइन नौकरी पाने के लिए आवेदन किया। करीब 15 दिन बाद उन्हें फोन आया कि राजस्थान, हिमाचल, हरियाणा और दिल्ली इन चारों में उन्हें नौकरी मिल सकती है, इसके लिए मैडीकल खर्चा. इंटरव्यू के लिए ऑफर लेटर और सिक्योरिटी मनी के तौर पर 13 हजार 850 रुपए देने होंगे। हिना ने पैसे भी दे दिए लेकिन रसीद नहीं दी गई। ऑफर लेटर गुरग्राम (हरियाणा) के जिस कंपनी के नाम था, वो कंपनी हरियाणा में थी ही नहीं। हिना बहुत रोई। वो अपनी बुआ के घर दिल्ली चली गई और वहीं पर अब वो एक प्राइवेट कंपनी पर 14 हजार सैलरी पर काम कर रही है, हिना ने एम.बी.ए. कर रखी है।

Vaneet