गैर-पंजीकृत प्राइवेट मैडीकल प्रैक्टीशनर नहीं कर सकते कोरोना मरीजों या संदिग्धों का इलाज

punjabkesari.in Thursday, Jul 30, 2020 - 10:38 AM (IST)

चंडीगढ़(शर्मा): पंजाब में कोरोना महामारी के चलते बढ़ रही मृत्यु दर को गंभीरता से लेते हुए पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने पाया है कि एक मुख्य कारण कोरोना मरीज या संदिग्ध की समय पर पहचान न होने या सही इलाज में देरी है। यह भी पाया गया कि गैर-पंजीकृत प्राइवेट मैडीकल प्रैक्टीशनर कोरोना के लक्षणों वाले मरीजों का अपने स्तर पर इलाज शुरू कर देते हैं जिसके चलते सही इलाज में देरी हो जाती है, जो बढ़ती मृत्यु दर का मुख्य कारण है। 

इस बात को ध्यान में रख विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जिला उपायुक्तों और सिविल सर्जनों को निजी पंजीकृत प्राइवेट मैडीकल प्रैक्टीशनरों के साथ बैठक कर आगाह करने के निर्देश दिए 
हैं कि पॉजिटिव या संदिग्ध मरीजों का इलाज न करें, बल्कि जानकारी तुरंत संबंधित सिविल सर्जन को दें। निर्देशों में कहा गया है कि ऐसी स्थिति में डिफाल्टरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। 

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