खाली खजाना मिलने के बावजूद 3 वर्षों में वायदे पूरे करने के किए प्रयास : बदनौर

punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2020 - 09:13 AM (IST)

चंडीगढ़(भुल्लर): 15वीं पंजाब विधानसभा का 10वां सत्र राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर के भाषण के साथ शुरू हुआ। राज्यपाल ने पंजाब सरकार की प्राप्तियों को गिनवाते हुए कहा कि बहुमूल्य पानी की बचत और फसली विविधता मुख्य तरजीहें हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने और फसलों की सही ढंग से खरीद के लिए सरकार ने गत वर्ष महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। करतारपुर साहिब कॉरिडोर का खुलना बड़ी प्राप्ति रही है।

गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के प्रोग्राम भी बढिय़ा ढंग से करवाए गए, जिनके साथ गुरु साहिब का संदेश देश-विदेश में पहुंचा है। इन प्रोजैक्टों में मुख्य तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य और विरासती विकास के सुधार शामिल हैं। सरकार ने नए वर्ष में श्री गुरु तेग बहादुर का 399वां प्रकाश पर्व मनाने के अलावा बाबा बंदा सिंह बहादुर की 350वीं जन्म शताब्दी और जैन धर्म के 10वें प्रमुख आचार्य श्री महाप्रज्ञा की जन्म शताब्दी के प्रोग्राम भी बड़े स्तर पर मनाने का फैसला किया है।

राज्य की वित्तीय स्थिति का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मार्च, 2017 में कार्यकाल संभालने के बाद सरकार 3 वर्ष पूरे करने जा रही है। इस दौरान साधनों की कमी और विरासत में मिले खाली खजाने के बावजूद लोगों के साथ किए वायदों को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों की कर्जा माफी स्कीम अधीन विभिन्न सहकारी और व्यापारिक बैंकों के कर्जा पीड़ित लघु और मध्यम 5.83 लाख किसानों का 4736 करोड़ का कृषि कर्जा माफ किया है।

उन्होंने घोषणा की कि कर्जा माफी योजना जारी रहेगी और अगले पड़ाव में लक्ष्यबद्ध तरीके से किसानों को कवर किया जाएगा। इसके अलावा कृषि सॢवस सोसायटियों से कर्जा प्राप्त भूमिहीन खेत मजदूरों की कर्जा माफी की योजना भी लागू की जा रही है।राज्यपाल ने कहा कि कानून को राज्य में दोबारा स्थापित किया गया, शांति और भाईचारा कायम रखा गया। चाहे राज्यपाल के भाषण में पंजाब के दरियाई पानी और राजधानी चंडीगढ़ जैसे मामलों का कोई विस्तार में जिक्र नहीं, परंतु सांकेतिक रूप में कहा कि राज्य में कृषि और जल अधिकारों की रक्षा के लिए पूरे प्रयास किए गए हैं। 

बादल, ढींडसा और सिद्धू गैर-हाजिर
पंजाब विधानसभा के नए वर्ष में शुरू हुए 2 दिवसीय विशेष सत्र की उल्लेखनीय बात है कि शिअद विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिअद विधायक दल से इस्तीफा देकर बागी हो चुके अकाली विधायक परमिंदर सिंह ढींडसा और मंत्री का पद छोड़ चुके नवजोत सिद्धू सत्र में पहले दिन नहीं आए। पहले दिन की कार्रवाई राज्यपाल के भाषण तक सीमित रही और सिर्फ 31 मिनटों में पूरी होने के बाद सदन को 17 जनवरी सुबह तक उठा दिया गया।

सुखबीर, खैहरा व बैंस के खिलाफ मामलों में रिपोर्टें भी होंगी पेश
पंजाब विधानसभा सत्र के दूसरे दिन के जारी शैड्यूल के अनुसार शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल, ‘आप’ से बागी विधायक सुखपाल खैहरा व लोक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस के अलावा अकाली विधायक पवन कुमार टीनू के खिलाफ पिछले विधानसभा सत्र के दौरान बेअदबी मामलों में बहस के चलते जस्टिस रंजीत सिंह व विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणियों के मामलों में मर्यादा उल्लंघन की जांच की अंतरिम रिपोर्टें भी पेश होंगी। जांच पूरी न होने की बात कहकर पिछले सत्र में इन मामलों में रिपोर्टें पेश करने का समय बढ़ा दिया गया था। 

3 बिल भी होंगे पेश
शुक्रवार को सत्र में वैधानिक कार्यों के दौरान 3 अहम बिल भी पेश किए जाएंगे। इनमें हाल ही में पंजाब मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर ‘द पंजाब राइट टू बिजनैस बिल-2020’, वाटर अथॉरिटी बनाने संबंधी बिल ‘द पंजाब वाटर रिसोर्स मैनेजमैंट एंड रैगुलेशन बिल-2020’ तथा ‘पंजाब जी.एस.टी. संशोधन बिल-2020’ शामिल हैं।

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