मौका आने पर देश के लिए रण कौशल दिखाने के लिए तैयार है वज्रा कोर : लै. जनरल संजीव शर्मा

punjabkesari.in Monday, Mar 02, 2020 - 08:59 AM (IST)

जालंधर(कमलेश): भारतीय सेना की वज्रा कोर ने अपनी प्लैटिनम जुबली समारोह को शहीदों को श्रद्धांजलि देकर मनाया। वज्रा कोर देश की स्वतंत्रता के बाद 1 मार्च 1950 को गठित की जाने वाली सेना की पहली कोर है। इस भव्य समारोह में 26 फरवरी से 1 मार्च 2020 तक विभिन्न गतिविधियों जैसे साइकलिंग एक्सपीडिशन, वाकॉथन, रक्तदान शिविर, सांस्कृतिक कार्यक्रम और लाइट एंड साऊंड शो इत्यादि आयोजित किए गए व कोर के स्वर्णिम इतिहास को अत्यन्त जीवंत रूप से प्रदर्शित किया गया ।  

वज्रा कोर का गठन 01 मार्च 1950 को लैफ्टिनैंट जनरल कुलवंत सिंह द्वारा अम्बाला में किया गया था। तत्पश्चात जुलाई 1951 में कोर को जालंधर में स्थानांतरित किया गया। तभी से कोर ने अपने अदम्य साहस, बलिदान एवं शौर्य को इतिहास में घटित विभिन्न युद्धों में दर्शाया। हमारी आने वाली पीढ़ियों से वज्रा योद्धाओं के लिए अब्दुल हमीद, मेजर आसा राम त्यागी, लैफ्टिनैंट कर्नल सतीश चंद्रा जोशी, लांस नायक शंगारा सिंह और ऐसे कितने ही वीर सेनानायकों का बलिदान स्रोत रहा है। मातृभूमि की एकता एवं अखंडता के लिए 1832 वज्रा योद्धाओं ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए हैं। वज्रा कोर को थियेटर ऑनर पंजाब, बैटल ऑनर, ‘डोगराई’, ‘बारकी’, ‘असल उतार’, ‘सहज्रा’ एवं ‘डेरा बाबा नानक’ जैसे युद्ध सम्मानों से अलंकृत किया गया है।

इस ऐतिहासिक अवसर पर लैफ्टिनैंट जनरल संजीव शर्मा, जनरल आफिसर कमांडिंग, वज्रा कोर, अन्य पूर्व कोर कमांडरों, भूतपूर्व सैनिकों एवं वीरता पुरस्कार से सम्मानित सैनिकों वज्रा शौर्य स्थल पर आयोजित माल्यार्पण समारोह में शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कोर कमांडर ने कहा कि कोर पंजाब में शांति और युद्ध के दौरान कर्तव्यनिष्ठा और दृढ़ता के साथ भारतीय सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करती रहेगी और मौका आने पर देश के लिए रण कौशल दिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस मौके पर 1971 में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए वीर चक्र से नवाजे गए ब्रिगेडियर जोगिन्द्र सिंह जसवाल, कर्नल हरबंत सिंह काहलों, लैफ्टिनैंट कर्नल दिनेश कुमार शर्मा, सूबेदार अजमेर सिंह, नाइक बूटा सिंह भी मौजूद रहे।

Edited By

Sunita sarangal