Valentine Day: गैलरी से जब लड़की मुस्कुराते हुए गुजरे तो समझो ‘मामला गड़बड़ है’

punjabkesari.in Thursday, Feb 14, 2019 - 09:06 AM (IST)

जालंधर(भारती शर्मा): डच बैंक में काम करते मोहित की प्रेम कहानी कभी आगे न बढ़ती जब तक उन्होंने ऑफिस गैलरी से गुजरती श्वेता को नोटिस न किया होता। मूल रूप से जयपुर के रहने वाले मोहित साल 2008 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग कर रहे थे, जब एक सड़क हादसे के कारण वह स्पाइन कॉर्ड इंजरी के शिकार हो गए। मोहित की बैंकिंग नॉलेज अच्छी थी तो ऐसे में उन्हें डच बैंक में नौकरी मिलने में देर नहीं लगी। यहीं पर उन्होंने पहली बार श्वेता को देखा। दरअसल रोहित का ऑफिस बहुत बड़ा था। इसमें कितना स्टाफ है, कितना नहीं, उसकी उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं होती थी।

उन्होंने श्वेता को उस वक्त नोटिस किया जब वह ऑफिस गैलरी से गुजर रही थी। बकौल मोहित-श्वेता जब भी गैलरी से गुजरती, भींची आंखों से उनकी ओर देखती। पहले-पहल तो उन्होंने इस पर गौर नहीं किया लेकिन जब यह रोजमर्रा की बात हो गई तो उन्हें समझने में देर नहीं लगी कि ‘मामला गड़बड़ है’। सो, शुरूआत उसने ही की। एक दिन कैंटीन जाते वक्त श्वेता को हैलो बोल दिया। श्वेता हैरान रह गई। फिर धीमी आवाज में वह भी हैलो बोलकर दबे पांव लौट गई। वह हैरान थे। सोच रहे थे-यह क्या हो गया? इतनी देर में श्वेता फिर वापस आ गई। बोली-आपसे एक बात कहनी है, सीधे कहूं या फिर घुमाकर? मैंने कहा-सीधे ही कह दो। वह बोली-आई वॉन्ट टू मैरी यू। बकौल मोहित-पहले तो मैंने इसे मजाक में लिया लेकिन जब लगा कि श्वेता सीरियस है तो उसे टाल दिया। श्वेता फिर भी पीछे नहीं हटी। इस अवधि के दौरान हम दोस्त बन गए। करीब 3 महीने बाद जब मुझे लगा कि हां, श्वेता ही वह लड़की है जो उन्हें संभाल सकती है, तो रिश्ते के लिए हां बोल दी। हालांकि दोनों की शादी की राह इतनी भी आसान नहीं थी। श्वेता अच्छे घर से थी। ऐसे में उसके घरवाले रिश्ते को लेकर असमंजस में थे। श्वेता ने विरोध में घर छोड़ा। 2 साल अकेली रही। आखिर श्वेता की जिद के आगे उनके घरवालों को झुकना ही पड़ा। दोनों ने जनवरी 2019 को शादी कर ली।

शादी के दिन भी मिला सरप्राइज
एम.बी.ए. फाइनांस करने वाली श्वेता कहती है कि जब भी मोहित साथ होते हैं तो ऐसा हो ही नहीं सकता कि कोई सरप्राइज न हो। हमारी शादी के दिन मुझे यह तो पता था कि इनकी एंट्री ग्रैंड होगी। मेरी एंट्री के लिए ऐसा कोई प्लान नहीं था लेकिन जब मेरी एंट्री की बारी आई तो अचानक कुछ लोग मेरे पास कार्ट लेकर आए और बोले-आपकी एंट्री इसमें बैठ कर होगी। मैं एकदम शॉक रह गई। वे कार्ट भी बहुत अच्छी थी, मेरा दिल भी खुश हो गया। वह सरप्राइज ऐसा था कि मैं खुश थी और मेरी आंखों में भी आंसू थे लेकिन मैं रो नहीं रही थी बल्कि वे खुशी के आंसू थे।

फ्रूट मैनेजमैंट से मजबूत हुआ हमारा रिश्ता
मोहित की एक आदत है कि वह रोजाना कोई न कोई फ्रूट मेरे लिए लेकर आते हैं। चाहे वह एक केला हो या एक संतरा। पिछले 5 सालों में यह रूटीन कभी नहीं टूटी। इस बारे में मोहित कहते हैं कि श्वेता जंक फूड खाने की बहुत शौकीन है। वह कभी अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखती इसलिए मैं उसे हमेशा कुछ हैल्दी खाने को देता हूं। वह बहुत फूडी है इसलिए हमेशा सरप्राइज में भी खाने की चीजें गिफ्ट करता हूं। मोहित ही क्यों पसंद आया? इस सवाल पर श्वेता बोली-मैंने जिंदगी में कम लोग ऐसे देखे हैं जो मुसीबतों में घिरे रहने के बावजूद मुस्कुराते रहते हैं। मोहित भी उनमें से एक हैं। मैं उन्हें देख मोटीवेट होती थी कि जिंदगी में कैसे खुश रहा जा सकता है। साफ कहूं तो मोहित की एक मुस्कान ही मुझ पर जादू कर गई।

जब पूरी व्हीलचेयर पर लगाए बैलून
श्वेता बताती है कि एक बार मेरे जन्मदिन पर मोहित मुझे सरप्राइज देने के लिए पूरी व्हीलचेयर को बैलून से ढक कर और केक लेकर मेरे घर मुझे विश करने आए थे। मोहित का कहना है कि श्वेता को हॉरर मूवी देखना पसंद नहीं था और मुझे रोमांटिक मूवी लेकिन हम दोनों एक-दूसरे के लिए इन फिल्मों को देखते हैं। श्वेता को ‘बिग बॉस’ पसंद है लेकिन मुझे नहीं लेकिन मैं वह भी श्वेता के साथ देखता हूं।

Anjna