valentine week: 9 साल बाद ही सही, आखिर ‘तानी पार्टनर’ के साथ ‘रब्ब’ ने बना दी जोड़ी

punjabkesari.in Sunday, Feb 10, 2019 - 11:30 AM (IST)

जालंधर(भारती): भारत में जोडिय़ां बनाने की जिम्मेदारी लंबे समय से बॉलीवुड की रोमांटिक मूवीज निभा रही हैं। बॉबी से लेकर आशिकी-2 तक कई ऐसी फिल्में आईं जिन्होंने युवाओं में प्यार की आस जगाई। कुछ ऐसी ही बॉलीवुड रोमांटिक मूवीज की देन है- बठिंडा के रहने वाले अमनदीप और कुलजिंद्र की जोड़ी। दिसम्बर, 2017 में शादी के बंधन में बंधे अमनदीप और कुलजिंद्र एक ही कालेज में पढ़ते थे।

शाहरुख स्टारर रोमांटिक मूवी ‘रब्ब ने बना दी जोड़ी’ से हुआ प्यार का एहसास
दोंनों का रोजाना बस से एक साथ आना-जाना, सिनेमा देखना, सुख-दुख बांटना इनकी दोस्ती को मजबूत कर रहा था, लेकिन इस दोस्ती ने प्यार का रंग तब दिखाया जब शाहरुख स्टारर रोमांटिक मूवी ‘रब्ब ने बना दी जोड़ी’ सिनेमा में लगी। दोनों अपने फ्रैंड्स के साथ यह फिल्म देखने गए थे। वहां तानी पार्टनर और सुरेंद्र जी का रूप उनके दिमाग पर ऐसा चढ़ा कि उन्हें यह अहसास होते देर नहीं लगी कि दोनों एक-दूसरे के लिए ही बने हैं। हालांकि हरेक बॉलीवुड मूवी की तरह उनकी जिंदगी में भी एक मुश्किल दौर आया।
दिमाग की जगह दिल की सुनी कुलजिंद्र ने
2012 में जॉब पर जाते वक्त अमनदीप स्पाइन कॉर्ड इंजरी का शिकार हो गए। ऐसे में अमनदीप के पिता ने कुलजिंद्र को फोन कर हादसे के बारे में बताया। साथ ही पूछा-क्या तुम अब भी अमन से शादी करोगी। होने वाले ससुर का यह सवाल मेरे सामने घूमने लगा। साथ ही कई आशंकाएं। आखिर मैंने अपने दिल की सुनी। कहा- मैं अभी भी अमन से ही शादी करूंगी। हालांकि इस बारे मेरे पिता मेरे भविष्य और मुश्किलों को लेकर परेशानी में थे। उन्हें मनाने में करीब 7 साल गुजर गए। आखिरकार रिलेशनशिप में आने के 9 साल बाद रब्ब ने हमारी सुनी और दिसंबर 2017 में अमनदीप की उनकी तानी पार्टनर से जोड़ी बन ही गई।

जब जन्मदिन पर मिली रिंग
कुलजिंद्र कौर बताती हैं कि मुझे अमनदीप को सफेद कुर्ते पायजामे में देखना बहुत अच्छा लगता था। एक बार यह मेरे जन्मदिन पर सफेद कुर्ता पायजामा पहन कर आए और मुझे सरप्राइज देते हुए रिंग गिफ्ट की। मुझे इनका वह सरप्राइज सबसे अच्छा लगा, वह रिंग आज भी मेरे पास है। कुलजिंद्र कहती हैं कि इन्हें कभी गुस्सा नहीं आता जब भी कभी हम दोनों में नोक-झोंक होती तो सबसे पहले अमन ही मुझे मनाते हैं जबकि मुझे बहुत गुस्सा आता है। 

मुझे इनसे सच्चा प्यार था, अगर मैं इंजरी के बाद इन्हें छोड़ देती तो वह प्यार नहीं होता। मुझे इनकी इंजरी से कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरे लिए यह पहले जैसे ही हैं।    
 -कुलजिंद्र

Anjna