20 लाख से ज्यादा जनसंख्या के लिए वैंटीलेटर सिर्फ 7

punjabkesari.in Thursday, Mar 19, 2020 - 09:28 AM (IST)

जालंधर(शौरी): कोरोना वायरस से बचाव को लेकर पंजाब सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सेहत विभाग को सरकारी अस्पतालों को पुख्ता प्रबंध करने की हिदायतें जारी की गई हैं। बेशक जिला स्तरीय अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड भी स्थापित कर दिए गए हैं लेकिन कोरोना वायरस से निपटने के लिए यह प्रबंध नाकाफी हैं। वर्तमान में जिला जालंधर की जनसंख्या 20 लाख है और कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए सिर्फ 7 वैंटीलेटर का ही प्रबंध किया गया है।

सिविल सर्जन जालंधर डॉ. गुरिंद्र कौर चावला से के अनुसार सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों की जांच और संभाल के पुख्ता प्रबंध हैं। सिविल अस्पताल में कुल 7 वैंटीलेटर का प्रबंध किया गया है जिनमें 3 सिविल अस्पताल और 4 ट्रोमा सैंटर में लगाए गए हैं। ऐसे में अगर कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ जाए तो वैंटीलेटर के लिए प्राइवेट अस्पतालों पर निर्भर होने के अलावा कोई चारा नहीं होगा।

हालांकि अभी तक जिला जालंधर में कोरोना वायरस का कोई भी पॉजीटिव मरीज सामने नहीं आया है। सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों को ट्रोमा वार्ड की पहली मंजिल में बने आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

अस्पताल प्रशासन सुस्त, पुलिस चुस्त
अस्पताल प्रशासन सुस्ती के साथ काम कर रहा, जबकि पुलिस कर्मी चुस्ती से काम कर रहे हैं। आज कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को मिलने आने वाले लोगों का नाम तथा पता अस्पताल प्रशासन ने नोट करना मुनासिब नहीं समझा। पंजाब पुलिस ने होम गार्ड के 2 जवान ट्रोमा वार्ड के बाहर तैनात कर दिए हैं, जोकि संदिग्ध मरीजों के साथ उन्हें मिलने आने वाले लोगों का नाम-पता नोट कर रहे हैं। अब सोचने वाली बात है कि यह ड्यूटी अस्पताल वालों की नहीं बनती।

Edited By

Sunita sarangal