मौत को मात: ये एक्टर अब 73 की उम्र में भी करना चाहते हैं एक्टिंग

punjabkesari.in Saturday, Jan 12, 2019 - 12:35 PM (IST)

लुधियाना। पंजाबी फिल्मों के अमिताभ कहे जाने वाले एक्टर सतीश कौल के स्वास्थ्य में अब काफी सुधार आ गया है। अब वह बड़ी सहजता के साथ लोगों से बातचीत भी कर लेते हैं। मीडिया को दिए एक इंट्रव्यू में उन्होंने अपने दिल की बात सांझा करते हुए कहा कि मुझे अभी भी फिल्म में बैठे हुए व्यक्ति का किरदार मिल जाए तो वह इसे करने लिए तैयार हैं। अपनी इच्छा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि वह एक एक्टिंग स्कूल खोलना चाहते हैं, जहां वह नई जैनरेशन के कलाकारों को टिप्स दे सकें।  

एक्टिंग स्कूल पर लगा दी जीवन भर की पूंजी...
73 वर्षीय सतीश कौल करीब 6 साल पहले मुंबई से लुधियाना आ गए थे। मुंबई से आने के बाद उन्होंने लुधियाना के त्रिकोना पार्क में एक एक्टिंग स्कूल भी खोला था। इस स्कूल को चलाने के लिए उन्होंने अपनी जीवन भर की कमाई हुई पूंजी लगा दी थी। नई जैनरेशन के कलाकारों की कसौटी पर यह स्कूल खरा नहीं उतरा और जल्द ही बंद हो गया। इसके बाद बदकिस्मती से उनका पांव फिसलने से उनका कुल्हा टूट गया। वह अपनी सारी पूंजी स्कूल पर खर्च कर चुके थे। इलाज करवाने के लिए उनके पास पैसे तक नहीं थे। स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद से उनका इलाज करवाया गया। 2015 में उनकी हालत को देखते हुए सरकार ने उन्हें 11 हजार रुपये की पेंशन लगवा दी थी, जो किन्हीं कारणों से बंद कर दी गई।

ढाई साल तक रहे बैड रिडन...
मीडिया को दिए इंट्रव्यू में उन्होंने बताया कि वह ढाई साल तक ज्ञान साागर हॉस्पिटल पटियाला में बिस्तर पर रहे। इलाज के दौरान उन्हें ड्रिप्स पर ही रखा गया और उन्होंने अन्न का एक भी दाना नहीं खाया। वह कहते हैं कि उन्होंने बॉलीवुड की बड़ी-बड़ी हस्तियों के साथ काम किया है। इच्छा जाहिर करते हुए कौल ने कहा कि उन्हें अगर मौका मिले तो वह आज भी फिल्मों में रोल अदा कर सकते हैं। हाल ही में जोगिंद्र सलारिया द्वारा संचालित पहल चारी ट्रस्ट ने उन्हें लुधियाना में आर्थिक मदद पहुंचाई, जिसके लिए उन्होंने तय दिल से शुक्रिया अदा किया। 

कैप्टन के निर्देश पर सुध लेने पहुंचा प्रशासन...
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह को जब सतीश कौल की हालत का पता चला तो उन्होंने ट्वीट कर लुधियाना के डीसी को उनकी सुध लेने और हर संभव सहायता करने के निर्देश दिए। लुधियाना के डीसी ने सीएम के आदेशों का पालन करते हुए सतीश कौल से वहां जाकर मुलाकात की जहां वह किसी मकान में रह रहे थे। डीसी के पूछे जाने पर उन्होने कहा कि मेरी इतनी मदद कर दीजिए कि जब तक जिंदा हूं जीने का इंतजाम कर दीजिए। सीएम कैप्टन अमरेंद्र के निर्देशों के बाद कई स्वयं सेवी संस्थाएं भी अब उनसे संपर्क साधने लगी हैं और उनकी आर्थिक मदद कर रही हैं।

Suraj Thakur