सावधान! नौसरबाजों ने ऑनलाइन ठगी मारने का ढूंढा नया तरीका

punjabkesari.in Wednesday, Oct 16, 2024 - 02:21 PM (IST)

गुरदासपुर : पिछले समय दौरान नौसरबाजों द्वारा ऑनलाइन ठगी मारने के अनेकों मामले सामने आ चुके हैं। इस मामले में सितम की बात यह है कि जब लोगों को इन ठगों के पुराने ढंग तरीकों के बारे में समझ लगनी शुरू होती है तो यह नौसरबाज कोई और नया तरीका ढूंढ कर और लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाना शुरू कर देते हैं। इसके अंतर्गत मौजूदा समय में ऐसे शातिर किस्म के ठगों ने मोबाइल फोनों को हैक करने का नया तरीका ढूंढ लिया है, जिसके अंतर्गत यह मोबाइल फोन पर एस.एम.एस. के द्वारा कोई ऐसा लिंक शेयर करते हैं जिस को खोलते ही फोन हैक हो जाता है और मिनटों में ही फोन से जुड़े बैंक खातों में से पैसे उड़ जाते हैं।

गुरदासपुर शहर से संबंधित कुछ लोगों ने अपने नाम गुप्त रखते बताया कि उनके फोन पर विभिन्न नंबरों से एस.एम.एस. आ रहे हैं, जिनमें लिखा होता है कि आपका पार्सल डिलीवर करना है, परंतु आपका एड्रैस पूरी तरह अपडेट नहीं है। इसलिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके अपना एड्रैस अपडेट करें जिससे आपका पार्सल आपको पहुंचाया जा सके। उन्होंने बताया कि जब ऐसे मैसेज को सही समझ कर वह ओपन नहीं करते तो कुछ देर बाद किसी और नंबर से ऐसा ही मैसेज आ जाता है और जो लोग गलती से झांसे में आ कर ऐसे मैसेज को ओपन कर लेते हैं, उनके फोन में से पैसे उड़ जाते हैं।

यहां ही बस नहीं कई बार यदि कुछ लोगों ने अपना कोई पार्सल खुद ट्रैक करना होता है तो कई बार कोरियर कंपनियां या डाक विभाग से मिलते जुलते नाम वाली साइट पर गलती से क्लिक किए जाने पर भी उनका फोन या आई.डी. हैक हो जाती है जिससे तुरंत उनके खातों में से पैसे उड़ने के मामले सामने आ रहे हैं।

डाक्टरों को भी बनाया जा रहा ऑनलाइन ठगी का निशाना

यहां ही बस नहीं अब चोरों ने डॉक्टरों को भी ठगी का निशाना बनाने के लिए एक नया रास्ता ढूंढा है। गुरदासपुर शहर के एक डाक्टर ने बताया कि उन को एक नंबर से मैसेज आया कि वह सेना का जवान है और उसने अपने किसी रिश्तेदार का इलाज करवाना है। उक्त व्यक्ति ने पहले कोई रिपोर्ट शेयर की और डॉक्टर को कहा कि रिपोर्ट चैक करके इलाज पर आने वाला खर्चा बताया जाए क्योंकि फौज की ड्यूटी पर होने के कारण वह खुद नहीं आ सकता।

जब डॉक्टर ने सारी रिपोर्ट चैक की तो व्यक्ति ने कहा कि इस पर कितना खर्च आएगा। डॉक्टर की तरफ से बताए गए खर्चे के अनुसार व्यक्ति ने कहा कि वह यह पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कर देगा। उसने उक्त डाक्टर को अपना गुगल पे नंबर देकर कहा कि वह एक रुपया ट्रांसफर कर दे जिससे खाते की एंट्री होने के बाद वह डॉक्टर को अपने वाली साइड से बनती राशि भेज सके।

जब डाक्टर ने एक रुपया भेजा तो कुछ ही मिनटों के बाद डॉक्टर के खाते में पड़े एक लाख रुपए से ज्यादा राशि उक्त ठग ने अपने खातो में ट्रांसफर कर ली जिस के बारे में उक्त डाक्टर ने पुलिस को कंपलेंट भी की है। ऐसे और भी अनेकों मामले सामने आ रहे हैं जिसके बारे में लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि ऐसे नौसरबाजों की तरफ से रोजाना ही ऑनलाइन ठगी मारने के नए-नए ढंग तरीके ढूंढे जा रहे हैं जिसके कारण आम लोग उनके झांसे में आ कर ठगीं का शिकार हो रहे हैं।

इससे पहले ऐसे नौसरबाज किसी ढंग तरीके से ओ.टी.पी. लेकर और बैंक खातों में से पैसे उड़ा लेते थे, परंतु अब जब लोग इस बात को ले कर सतर्क हो गए हैं कि किसी भी व्यक्ति को अपना ओ.टी.पी. नहीं देना तो नौसरबाजों ने फोन हैक करने का नया तरीका ढूंढा है।

क्या कहना है एस.एस.पी. का?

इस संबंध में एस.एस.पी. हरीश दयामा ने कहा कि इस मामले में पुलिस पहले भी कई ठगों को ढूंढ कर कानून के शिकंजे में ले चुकी है। अब भी पुलिस की तरफ से साइबर क्राइम को रोकने के लिए एक अलग थाना भी बनाया गया है और नित्य कई शिकायतें इस थाने में आ रही हैं। उन्होंने लोगों को कहा कि पुलिस की तरफ से भी पूरी संजीदगी और साथ ऐसे नौसरबाजों को काबू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उनके साथ ही लोगों से अपील की कि लोग भी इस मामले में पूरी तरह सचेत रहे और किसी को भी अपना फोन या पासवर्ड न दें।

यदि उनको कोई अन-अधिकारित मैसेज या फोन आता है तो किसी के साथ बात करने की बजाय पहले उसकी अच्छी तरह जांच कर लें। ऑनलाइन साइट पर क्लिक करने से पहले इस बात की पुष्टि जरूर कर ली जाए कि वह सही लिंक पर ही क्लिक कर रहे हैं जिससे ऐसी ठगी होने की संभावना कम हो सके। उन्होंने कहा कि यदि किसी के साथ ऐसा कुछ घटता है तो तुरंत पुलिस को शिकायत जरूर की जाए।

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News Editor

Urmila

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