दुष्कर्मी की गिरफ्तारी न होने पर टंकी पर चढ़े पीड़िता के मां-बाप (Watch Video)

punjabkesari.in Sunday, Apr 22, 2018 - 12:58 PM (IST)

अबोहर(भारद्वाज): एक ओर जहां गत दिनों कठुआ व उन्नाव में बच्चियों के साथ दुष्कर्म के बाद हुई उसकी हत्या के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर देशभर में लोग संघर्ष कर रहे हैं, वहीं उपमंडल के एक गांव निवासी एक नाबालिगा के साथ कुछ माह पूर्व उसके ही एक रिश्ते में दादा द्वारा दुष्कर्म करने के आरोप में नामजद व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करने के बावजूद पुलिस द्वारा उसको गिरफ्तार न करने के रोष में पीड़िता के परिजन पुलिस उप कप्तान कार्यालय के निकट बनी वाटर वक्र्स की टंकी पर चढ़ गए। करीब 3 घंटे के पश्चात शिअद-भाजपा पदाधिकारियों एवं जिला पुलिस कप्तान द्वारा कार्रवाई करने के आश्वासन पर पीड़ित दम्पति नीचे उतरने पर राजी हुआ।

उपमंडल के एक गांव निवासी दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों के बयानों पर पुलिस ने 30 मार्च को गांव के ही अवतार सिंह पुत्र जंग सिंह के खिलाफ भादंसं संहिता की धारा 376 व पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था लेकिन पुलिस द्वारा उक्त व्यक्ति को काबू न किए जाने के चलते आज बच्ची के माता-पिता जांच अधिकारी पुलिस उप कप्तान से मिलने उनके कार्यालय मेंं पहुंचे लेकिन उनकी असंतोषजनक कार्र्यप्रणाली से रोषित बच्ची के माता-पिता इंसाफ की मांग को लेकर कार्यालय के निकट बनी वाटर वक्र्स की टंकी पर चढ़ गए। इस बात की सूचना मिलते ही नगर थाना नंबर 2 के प्रभारी चंद्र शेखर व नगर थाना नंबर एक के प्रभारी परमजीत मौके पर पहुंचे और पीड़िता के परिजनों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया, लेकिन मामले को गंभीर होता देख शिअद-भाजपा के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बावजूद भी बच्ची के परिजन नीचे उतरने को राजी नहीं हुए। जिस पर पुलिस कप्तान अमरजीत सिंह मोटवानी मौके पर पहुंचे और बच्ची के परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे अपनी जान देने की चेतावनी पर अडिग थे।

मौके पर मौजूद विधायक के सुपुत्र कर्ण नारंग, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष शिवराज गोयल, भाजपा उत्तर मंडल के प्रधान अशोक छाबड़ा, भाजपा दक्षिण मंडल के प्रधान दलजीत सिंह तिन्ना, किलियांवाली के पूर्व सरपंच गुरविंद्र सिंह जाखड़ लाऊ, सिकंदर कपूर ने पुलिस प्रशासन का सहयोग करते हुए पीड़ित परिवार को समझाते हुए उन्हें इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में राजनीतिक नेता आरोपी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं जिसके चलते आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। उन्होंने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा आरोपी पक्ष ने राजनीतिक दबाव के चलते उन्हें गांव के मकान से बाहर कर दिया है और गांव में कोई भी उन्हें काम देने को तैयार नहीं है। इसके अलावा उनकी पीड़ित बच्ची पिछले 1 माह से स्कूल नहीं गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस व कुछ राजनेता कार्रवाई की बजाय उन पर राजीनामा करने का दबाव बना रहे हैं। 

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