ऑस्ट्रेलिया में छात्रों को भेजने का फर्जीवाड़ा आया सामने, वीडियो वायरल

punjabkesari.in Friday, May 17, 2019 - 10:35 AM (IST)

जालंधर(सुधीर): विदेश भेजने के नाम पर ट्रैवल एजैंटों द्वारा ठगी के कई मामले व कई फर्जीवाड़े तो अक्सर सामने आते ही रहते हैं पर कुछ शातिर ट्रैवल एजैंटों द्वारा ऑस्ट्रेलिया में यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों की मिलीभगत से सैंकड़ों छात्रों को विदेश भेजने के सनसनीखेज मामले सामने आ रहे हैं, जिसकी एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह सारा फर्जीवाड़ा ऑस्ट्रेलियाई सरकार के नोटिस में आते ही मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी गई है।


सैंकड़ों छात्रों के विदेश पहुंचने का फर्जीवाड़ा सामने आते ही कई ट्रैवल एजैंटों के चेहरे मुरझाने शुरू हो गए हैं। इस बात का खुलासा वीजा माहिर विनय हरि ने खुद अपने फेसबुक पेज पर भी किया है, जिसमें उन्होंने साफ कहा कि पिछले कुछ समय दौरान ही ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारतीय छात्रों के आवेदन पत्र भारी तदाद में रिफ्यूज करने शुरू कर दिए हैं और सरकार ने सख्ती भी कर दी है। अब सिर्फ अ‘छे अंक वाले छात्रों को ही ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा वीजा दिया जा रहा है, जबकि फर्जी फंड शो करने व पढ़ाई में गैप वाले छात्रों के हाथ में निराशा लग रही है।सूत्रों के मुताबिक कुछ एजैंटों ने अपनी जेबें गर्म करने व मोटी कमाई करने के लिए वहां की यूनिवर्सिटीज व कॉलेजों से मिलीभगत करके अंग्रेजी में कमजोर सैंकड़ों छात्रों को ऑस्ट्रेलिया भेज दिया जोकि वहां पहुंचने के बाद सही ढंग से पढ़ाई नहीं कर पा रहे जिनकी संख्या 650 के करीब है। यह फर्जीवाड़ा ऑस्ट्रेलिया के पर्थ शहर की एक यूनिवर्सिटी में सामने आया है, जिसके चलते वहां की सरकार ने सख्ताई कर दी है।

फंड शो करने के नाम पर भी हो रहा है गोरखधंधा, कई रोड पति बने करोड़पति
एक तरफ पंजाब के छात्रों को पढ़ाई के तौर पर विदेश जाने का क्रेज दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है और विदेश जाने के चाहवान छात्र का एक साल पढ़ाई करने का करीब 10 से 15 लाख रुपए तक का खर्चा आता है वहीं वीजा आवेदन पत्र अप्लाई करने के समय आवेदक को अपने खाते में 15 से 20 लाख रुपए फंड भी शो करने पड़ते हैं। आम तौर पर देखा जा सकता है कि कई लोगों के पास खाते में दिखाने के लिए फंड नहीं होते, जिस बात का पंजाब के कई ट्रैवल एजैंट फायदा उठा कर मोटी कमाई कर रहे हैं। जो एजैंट रोड पति थे, वे अब इस धंधे को अपनाकर करोड़पति बन गए हैं।  सूत्रों के मुताबिक फंड शो करने के नाम पर कई एजैंट छात्रों से 5 से 10 प्रतिशत तक के हिसाब से ब्याज दर वसूल रहे हैं। दूतावास द्वारा छात्र के आवेदन रिफ्यूज होने के बावजूद फंड शो करने के नाम पर मोटा ब्याज वसूला जा रहा है।

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