इंसानियत फिर हुई शर्मसार: बीमार सफाई सेवक के घर पैसे ऐंठने पहुंचा सैनेटरी इंस्पैक्टर, वीडियो वायरल

punjabkesari.in Thursday, Dec 17, 2020 - 02:05 PM (IST)

अमृतसर (रमन): नगर निगम सेहत विभाग के ऊपर इस समय काले बादल छाए हुए हैं। पिछले दिनों यहां विजीलैंस ब्यूरो ने एक सैनेटरी इंस्पैक्टर हरजिंदर सिंह को सफाई सेवक से रंगे हाथों पैसे लेते पकड़ा था। 

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वहीं इस बार एक सैनेटरी इंस्पैक्टर ने तो इंसानियत को शर्मसार कर दिया है, जिसमें सैनेटरी इंस्पैक्टर अवतार सिंह जोकि बीमार सफाई सेवक यशपाल सिंह के घर पैसे लेने पहुंच गया, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरस हो गई है। इसमें सफाई सेवक ने अपनी शिकायत में कहा कि उक्त सैनेटरी इंस्पैक्टर ने उसे बिन वजह तंग परेशान किया है व उनसे 18 हजार रुपए लेकर गया है। वहीं जब उसके द्वारा अपना मैडिकल अपने बेटे के हाथ भेजा तो वह भी लेने से इंकार किया व उससे पांच हजार की मांग की गई। इसकी सारी वीडियो वायरल हुई व निगम सेहत अधिकारी के पास पहुंची।

इससे निगम कमिश्नर कोमल मित्तल ने मामला संज्ञान में लेते हुए सेहत अधिकारी डा. अजय कंवर की रिपोर्ट के ऊपर डायरैक्टर स्थानीय निकाय विभाग को सस्पैंड करने के लिए लिखित में पत्र भेजा है। शहर में एक बात तो साफ हो गई है कि सैनेटरी इंस्पैक्टर सफाई सेवकों से पैसे लेते हैं। कुछ ही दिनों में दो केस निकल कर सामने आ गए हैं जिसमें दोनों केस सफाई सेवकों के हैं, वहीं सफाई सेवक आम कहते है कि उन्हें लूटा जाता है। कोई कहता है कि एक हजार रुपया महीना देता है कोई अगर आता नहीं है तो उसे आधा वेतन देना पड़ता है। वहीं निगम के क्लर्क भी कहीं कम नहीं है, जिसमें सफाई सेवकों को कहीं न्याय नहीं मिलता है। काम करवाने को लेकर उन्हें आगे पीछे घूमना पड़ता है। 

सारी दुनिया लेती है पैसा, मैं अकेला थोड़ी लेता हूं
सैनेटरी इंस्पैक्टर अवतार सिंह की बनी हुई वीडियों में इंसानियत को तो शर्मसार किया ही है कि एक सफाई सेवक जोकि बैड पर पड़ा हुआ है व उसका मेडीकल भी नहीं लिया गया। वहीं दूसरी और उसके घर पर पहुंच कर कर्मचारी के परिवारिक सदस्यों से पैसे की मांग करना व सारे अधिकारियों को भी मिलीभुगत बताना उसकी गंदी मानसिकता की निशानी है। उक्त भ्रष्ट सेनेटरी इंस्पैक्टर पैसे की ऐसी मोहमाया में है कि उच्चधिकारियों के नाम पर पैसे ले रहा है। इसमें वह कह रहा है कि उसने 6 जगह पैसे देने है। जब परिवार के सदस्यों ने कहा कि वह खुद कार्यालय में जाते हैं तो सैनेटरी इंस्पैक्टर ने कहा कि उसे क्यों दोषी बना रहे हो। इससे साफ हो गया कि उक्त अधिकारी उच्चधिकारियों के नाम लेकर पैसे ऐंठ रहा था। दूसरी और यह भी कहा कि मैं अकेला नहीं सारी दुनिया पैसे लेती है, मैं अकेला नहीं लेता हूं। कर्मचारी के बेटे से पैसे की मांग में कहा कि वह एक माह का 18 हजार रुपए वेतन लेगा उससे कम नहीं लूगां।

विजीलैंस दे चुकी है चेतावनी
सूत्रों के अनुसार विजीलैंस के अधिकारियों ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को कह दिया है कि उनका स्टाफ क्या कारगुजारी कर रहा है उसका सारा चिट्ठा उनके पास है, इसलिए या तो सुधर जाओं नहीं तो पकड़ लिए जाओगे, लेकिन विजीलैंस की इस चेतावनी का सेहत विभाग के सैनेटरी इंस्पैक्टरों पर कोई असर नहीं हो रहा है। वह अपने कारनामें किए जा रहे हैं, जिससे आगामी समय में कभी भी कोई भी पकड़ा जा सकता है। 

किसी भी सफाई सेवक से कोई भी पैसे मांगता है तो मेरे से करें शिकायत : सेहत अधिकारी 
सफाई सेवकों को निगम के सफाई सैनिक कहा जाता है, लेकिन जिस तरह से यह मामले आए है, उन्हें सैनेटरी इंस्पैक्टरों को साफ शब्दों में कह दिया है कि अगर किसी ने सफाई सेनिक को तंग परेशान व उससे पैसे की डिमांड की तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सफाई सेवकों को भी कहा कि अगर कोई भी उन्हें परेशान करता है तो सीधी शिकायत उनके पास करें किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उक्त सैनेटरी इंस्पैक्टर के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर कमिश्नर साहिब को भेज दी है। 
-अजय कंवर, सेहत अधिकारी नगर निगम। 


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