पंजाब के 2 मंत्री कर रहे थे ‘काली दवा’ के फायदे की बात, वीडियो हुआ वायरल

punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2019 - 09:12 AM (IST)

चंडीगढ़: पंजाब सरकार के 2 जनसंपर्क अधिकारी एक वीडियो जारी होने के कारण मुसीबत में फंस गए हैं। इस वीडियो में कैबिनेट की बैठक शुरू होने से पहले ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कुछ मंत्री मादक पदार्थों की बात कर रहे हैं। वीडियो में सुनाई दे रहा है कि लोग ‘काली दवाई’ की बात कर रहे हैं जिसका अक्षरश: अनुवाद है ‘ब्लैक मैडीसिन। एक मंत्री ने बाद में कहा कि ‘हल्की-फुल्की’ चर्चा मादक पदार्थों के बारे में बिल्कुल नहीं थी।

माना जा रहा है कि इस क्लिप को म्यूट करके वायरल किया जाना था जो 2 दिसम्बर को होने वाली बैठक के ठीक पहले रिकॉर्ड की गई थी। लेकिन इस क्लिप को ऑडियो के साथ ही अपलोड कर दिया गया। वीडियो में सुनाई दे रही बातचीत के संबंध में लोग अपने-अपने हिसाब से अनुमान लगा रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि यह बातचीत मादक पदार्थ के बारे में है। इस वीडियो से राज्य सरकार को शर्मदगी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य में मादक पदार्थ का सेवन और इसकी तस्करी बहुत बड़ी समस्या है और पिछले विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने सत्ता में आने के कुछ हफ्तों के भीतर ही मादक पदार्थों की तस्करी को समाप्त करने का वादा किया था। पंजाब सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में जवाब तलब किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा, ‘‘बिना ऑडियो म्यूट किए वीडियो सांझा करने वाले पी.आर. विभाग के 2 अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है।’’ 


एक मंत्री का दावा : मादक पदार्थ बारे नहीं थी बातचीत
बैठक में शामिल होने वाले एक मंत्री ने दावा किया कि ‘हल्की-फुल्की’ बातचीत मादक पदार्थ के बारे में नहीं थी बल्कि किसी बीमार व्यक्ति के लिए एक दवा के फायदे के बारे में थी। नाम उजागर नहीं करने की शर्त में मंत्री ने कहा, ‘‘यह सिर्फ हल्की-फुल्की बातचीत थी और इससे ज्यादा कुछ नहीं।’’ 

सरकार ने अधिकारियों को बलि का बकरा बनाया : मजीठिया
इस पूरे मामले में शिरोमणि अकाली दल के नेता एवं पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने राज्य सरकार पर अधिकारियों को बलि का बकरा बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्होंने पी.आर. विभाग के दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन उन मंत्रियों का क्या जो काली दवा के फायदों के बारे में बातचीत कर रहे थे? उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?’’ इस मुद्दे पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद अजीब है कि मादक पदार्थ के बारे में जो इस प्रकार से बात कर रहे हैं सरकार ने उनके बारे में एक शब्द भी नहीं बोला, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है जिनकी गलती केवल इतनी है कि वे मंत्रियों की बात को सामने ले आए हैं।’’

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