गैस्ट हाऊस में पुलिस अधिकारी व महिला नेत्री की Viral Video पर पुलिस के हाथ खड़े!

punjabkesari.in Friday, Oct 30, 2020 - 12:44 PM (IST)

अमृतसर(इन्द्रजीत): पिछले दिनों एक पुलिस अधिकारी के साथ एक महिला कांग्रेसी नेता के धार्मिक स्थान की सराय के बीच वायरल हुई वीडियो के बाद उठे बवाल के बीच अमृतसर देहाती पुलिस ने इसे काफी गंभीरता से लिया था और इसके साथ ही देहाती पुलिस की महिला एस.पी. अमनदीप कौर को जांच की के निर्देश दिए थे और इसके लिए उचित कार्रवाई करने की बात भी कही थी, लेकिन 1 सप्ताह से अधिक बीत जाने के बाद भी इस मामले में न तो कोई आवाज उठी और न ही कोई कार्रवाई का अंदेशा मिला। कुछ देर सोशल मीडिया में वायरल और कमैंट के बीच अब यह मामला ठंडे बस्ते में जाता दिखाई दे रहा है। इस मामले में हालांकि कानूनी विशेषज्ञों का मानना था कि यह मामला पुलिस नहीं सुलझा पाएगी व वही होता दिखाई दे रहा है।  

यह था वायरल हुई मूवी का मामला ?
गैस्ट हाऊस में दो लोग थे, जिसमें एक नौजवान और एक महिला थी। नौजवान पुरुष अर्धनग्न अवस्था में गैस्ट हाऊस की सीढिय़ां उतरता दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी ओर एक महिला जो उच्च स्तर की कांग्रेसी नेता बताई जाती है, भी अधोवस्त्र में चलती दिखाई दे रही थी और गैस्ट हाउस के कमरे के बाहर निकलकर कॉरिडोर में बार-बार टहलते फोन किए जा रही थी। इसके बाद वह कपड़े पहन कर एकदम तेजी से सीढिय़ां उतर गई... मामला बिल्कुल साफ था।

कार्रवाई करने में पुलिस की कानूनन मजबूरी
हालांकि यह मामला सीधे तौर पर अश्लीलता पर निर्भर था, लेकिन पुलिस के पास इसके लिए कार्रवाई हेतु काफी कमियां है, जिसने पुलिस को कॉग्नाइजेबल कार्रवाई से रोक रखा है। यही कारण है कि पुलिस चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रही। हालांकि इस अश्लीलता के कारण जन आक्रोश और शोर शराबा बहुत अधिक रहा। पुलिस की मुख्य कमजोरी यह है कि दोनों प्रौढ़ावस्था में हैं, इसलिए इन पर कोई कम उम्र होने का भी कोई आरोप नहीं लगता और न ही ऐसा प्रतीत होता है कि इसमें किसी को डरा धमका अथवा ब्लैकमेल करके लाया गया हो। इसका तीसरा पहलू यह है कि इसमें कोई किसी प्रकार का देह व्यापार संबंधी आरोप नहीं साबित होता। इसमें ऐसा प्रतीत भी नहीं होता कि यह किसी पैसे लेनदेन के आधार पर शारीरिक सौदा हुआ, क्योंकि दोनों ही महिला और पुरुष संभ्रांत हैं।  जिनमें एक पुलिस अधिकारी और दूसरी महिला भी उच्च स्तर की नेता और चेयरपर्सन है और यह पद ही संभ्रांत व्यक्ति को मिलता है पुलिस अधिकारियों का भी अनुमान यही है कि दोनों में मित्रता होने के कारण उन्होंने इस एकांत स्थान को चुना था, जहां पर वह अपना समय बिता सकें, इसलिए इन पर कोई कार्रवाई इसलिए भी नहीं बनती। यदि यह मान भी लिया जाए तो कि वह आपस में संबंधित थे तो भी नए कानूनों के मुताबिक अपनी मर्जी के साथ किसी से संबंध बनाने में भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकती।  इस संबंधित धारा-497.सी  सुप्रीम कोर्ट द्वारा समाप्त कर दी गई है, इसलिए पुलिस के हाथ खड़े दिखाई देते हैं। 

परिवार चाहे तो हो सकती है कार्रवाई
इस बस इस संबंध में पंजाब पुलिस के कुछ आई.पी.एस. अधिकारियों से बातचीत करने पर पता चला कि यदि पुलिस अधिकारी का परिवार विशेषकर उसकी पत्नी पुलिस को शिकायत करें कि उसकी पति ने उसके साथ धोखा दिया है तो पुलिस एक्शन ले सकती है। दूसरी ओर महिला का पति यदि पुलिस को अपनी लिखित शिकायत दे तो भी पुलिस कार्रवाई करने के लिए लिजिबल हो जाती है, लेकिन मामला हाईप्रोफाइल है, ऐसे आसार दिखाई नहीं देते।

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