स्कूल को ताला लगाकर गांव वासियों और पंचायत सदस्यों ने दिया धरना

punjabkesari.in Thursday, Jul 19, 2018 - 02:19 PM (IST)

नाभा(जैन) : गांव छींटावाला के सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल के मुख्य गेट को गांववासियों और पंचायत सदस्यों ने ताला लगाकर धरना दिया, जिसके साथ शिक्षा विभाग के 
बड़े-बड़े दावों की पोल खुल गई।स्कूल को ताला लगाने के कारण प्रिंसीपल, स्टाफ और बच्चों को  बाहर ही खड़े होना पड़ा। गांववासियों का कहना है कि एक तरफ सरकार सरकारी स्कूलों को उत्साहित करने का दावा करती है परंतु दूसरी तरफ इस स्कूल में लंबे समय से 9 अध्यापकों की पोस्टें खाली पड़ी हैं।


पंजाब की मातृभाषा पंजाबी का कोई भी अध्यापक इस स्कूल में नहीं है। लगभग 500 बच्चे इस स्कूल में पढ़ाई करते हैं। अकाली सरकार के समय स्कूल को अपग्रेड किया गया था परंतु पिछले 15 महीनों के दौरान मौजूदा सरकार ने स्कूल की सुध नहीं ली। सरपंच अंग्रेज सिंह का कहना है कि हम मंत्रियों और अफसरों के घरों/दफ्तरों में धक्के खाकर ऊब चुके हैं परंतु स्कूल में टीचर तैनात नहीं किए जा रहे, जिस कारण बच्चे स्कूल को छोड़ कर दूसरे स्कूलों में जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

प्रिंसीपल बहादुर सिंह के अनुसार हम अध्यापकों की कमी संबंधी सरकार को कई बार लिख चुके हैं परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब गांव वासियों ने स्कूल को ताला लगा दिया है, जिस कारण हम बाहर ही खड़े हैं। गांव के नेता हाकम सिंह और छात्रा हरप्रीत कौर ने शिक्षा मंत्री के दावों को खोखला करार दिया। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगें मानी नहीं जातीं स्कूल को ताला लगा रहेगा।वर्षा के बावजूद स्कूल के आगे विद्यार्थी और गांव निवासी धरना दे रहे हैं। चौकी इंचार्ज मोहन सिंह थानेदार के नेतृत्व में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है जिससे कोई असुखद घटना न घट सके परंतु खबर लिखे जाने तक विभाग या प्रशासन का कोई भी अधिकारी गांव नहीं पहुंचा, जिस कारण कैबिनेट मंत्री धर्मसोत के हलके के गांव वासी बेहद खफा हैं। गांव वासियों ने नारेबाजी भी की।

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