पासपोर्ट को लेकर विवादों में घिरे अकाली नेता वल्टोहा

punjabkesari.in Sunday, Jan 27, 2019 - 11:44 AM (IST)

चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता विरसा सिंह वल्टोहा पासपोर्ट को लेकर विवादों में घिर गए हैं। अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइमज में छपी खबर के अनुसार 1983 में पट्टी के डाक्टर हत्या मामले में बरी न होने के बावजूद पुलिस ने वल्टोहा को क्लीनचिट कैसे दे दी। उसी के आधार पर वल्टोहा का पासपोर्ट 2009 में बन गया था। अब जिस पुलिस रिपोर्टों के आधार पर उनको क्लीनचिट दी गई थी, उसे खारिज किया जा सकता है। उनको क्लीनचिट उस समय दी गई थी जब वह 1983 दौरान पट्टी के डा. सुदर्शन कुमार त्रेहन के कत्ल केस में आरोपी थे।

त्रेहन का कत्ल 30 सितम्बर, 1983 को उनके अपने क्लीनिक में  हुआ था। यह मामला पट्टी थाने में दर्ज है। यह केस अभी भी अनसुलझा पड़ा है। इसके बावजूद पासपोर्ट की पुलिस वैरीफिकेशन रिपोर्ट तरनतारन के एस.एस.पी. और अमृतसर के रीजनल पासपोर्ट अधिकारी को भेजी गई । वल्टोहा को 20 जुलाई, 2009 को क्लीनचिट दी गई। तब तक वहडाक्टर के कत् लकेस में से बरी भी नहीं हुए थे। पट्टी पुलिस थाने के मुंशी की रिपोर्ट,एस.एच. ओ. के दस्तख्त ,उसकी मोहर सम्बन्धित डी.एस.पी. के हस्ताक्षर पर मोहर मौजूद हैं। इन सभी पुलिस आधिकारियों से बाकायदा सवाल पूछे गए थे कि क्या आवेदक विरुद्ध कोई अपराधिक दोष तो नहीं लगे हुए। 10 सितम्बर 2009 को तत्कालीन एडीशनल डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस इंटैलीजैंस ने तरनतारन के एस.एस.पी. को चिट्ठी भेजी गई थी। इस मामले में दिलचस्प बात यह भी है कि उस समय  ए.डी.जी.पी.इंटैलीजैंस अन्य कोई नहीं बल्कि पंजाब के डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा थे।

क्लीनचिट मिलने के बाद वल्टोहा का पासपोर्ट 17 सितम्बर, 2009 को जारी कर दिया गया था। इसकी मियाद 10 साल है। उस समय पंजाब में अकाली सरकार थी और तब वल्टोहा विधायक थे। वैरीफिकेशन रिपोर्ट जारी किए जाने के समय जांच अधिकारी मलकीत सिंह थे ,एस. एच.ओ. सुरजीत सिंह बुट्टर और डी. एस. पी. कृपाल सिंह थे। वह इस समय अमृतसर स्पैशल टास्क फोर्स के साथ हैं। उन्होंने कहा कि उनकी भूमिका सिर्फ संबंधित मुंशी की रिपोर्ट पर मोहर लगाने तथा हस्ताक्षर किए जाने तक ही सीमित थी। मामले की पूरी जांच एस.एच.ओ. की तरफ से पहले की जा चुकी थी।  वहीं इस मामले पर तरनतारन के एस.एस.पी. दर्शन सिंह मान ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच भी की जा रही है। 

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