पंजाब ने भी केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा मांगा

punjabkesari.in Saturday, Mar 17, 2018 - 07:24 AM (IST)

जालंधर(धवन) : पंजाब ने भी केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा मांगा है। पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्यारे लाल सेठ तथा महामंत्री समीर जैन ने केंद्र सरकार से कहा कि पंजाब लगातार एक दशक तक आतंकवाद की चपेट में रहा तथा पंजाब की सीमा पाकिस्तान से लगती है। पिछले कई वर्षों से राज्य में उद्योगों को बढ़ावा नहीं मिल सका। भौगोलिक दृष्टि से पंजाब में औद्योगिक व प्राकृतिक संसाधनों की काफी कमी है, जबकि अन्य राज्यों में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब पर शुरू से ही मार पड़ती आई है।

कभी पाकिस्तान से युद्ध हुए तो कभी आतंकवाद ने नुक्सान पहुंचाया। पंजाब को अगर विशेष राज्य का दर्जा मिलता है तो इससे राज्य औद्योगिक तौर पर मजबूत होगा। औद्योगिक दृष्टि से पिछले 10 वर्षों में पंजाब में 20 हजार औद्योगिक इकाइयां बंद हो गई या पलायन कर गई। ऐसे में केंद्र को पंजाब को दोबारा औद्योगिक तौर पर मजबूती देने के लिए विशेष राज्य का दर्जा देना चाहिए ताकि राज्य के उद्योग आगे आकर अन्य राज्यों का मुकाबला कर सके। पंजाब के पड़ोसी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व अन्य को पहले ही विशेष राज्य का दर्जा मिला हुआ है। ऐसी स्थिति में पंजाब में स्थापित उद्योगों पर दोहरी मार पड़ रही है। व्यापारी नेताओं ने कहा कि केंद्र को पंजाब में औद्योगिक विकास के लिए तुरन्त कदम उठाने चाहिएं।

केंद्र सरकार को फिलहाल पंजाब को आंध्र प्रदेश की तर्ज पर 10 हजार करोड़ का विशेष अनुदान जारी करना चाहिए ताकि उद्योगों को राज्य सरकार मजबूती दे सके तथा उद्योग पर अपने पैरों पर खड़े हो सकें। पंजाब अगर पिछड़ा रहा तो बेरोजगारी बढ़ेगी। केंद्र सरकार से उसके सहयोगी पार्टनर औद्योगिक पैकेज न मिलने के कारण पीछे हट रहे हैं इसलिए केंद्र को अब राज्यों के प्रति एक समान विचारधारा अपनानी चाहिए। पंजाब को तो विशेष औद्योगिक पैकेज की जरूरत है। 

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