गुरदासपुर के 10 ब्लाक डार्क जोन में शामिल, भविष्य में जल संकट के आसार

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 03:18 PM (IST)

गुरदासपुर (हरमनप्रीत): देश भर में पैदा हो रहे पानी के गंभीर संकट के चलते जहां पंजाब के करीब 116 ब्लाक डार्क जोन में शामिल हो चुके हैं, वहीं जिला गुरदासपुर की स्थिति दिन-प्रतिदिन चिंताजनक बनती जा रही है। बेशक अभी तक इस सरहदी जिले के ज्यादातर ब्लाकों में खतरे वाली स्थिति नहीं बनी, परन्तु जिले के अलग-अलग ब्लाकों में पिछले करीब 10 वर्षों से नीचे जा रहा पानी का स्तर बड़े खतरे के संकेत दे रहा है। इस मामले में सब से बड़ी त्रासदी यह है कि आने वाले कुछ वर्षों दौरान पानी की किल्लत से संबंधित किए जा रहे खुलासों के बावजूद अभी तक जिला निवासी पानी का प्रयोग संयम से करने के लिए गंभीर नहीं हैं और न ही कोई समाज सेवी संगठन लोगों को जागरूक करने के लिए आगे आया है। 

2017 के दौरान जिले के ब्लाकों में पानी का स्तर
एकत्रित विवरणों के अनुसार पिछले साल गुरदासपुर ब्लाक में पानी का स्तर 0.39 मीटर नीचे गया था, जब कि बटाला में यह गिरावट 0. 51, फतेहगढ़ चूडिय़ां में 0. 70, काहनूंवान ब्लाक में 0. 51, कादियां ब्लाक में 0. 65, डेरा बाबा नानक में 0. 42, कलानौर में 0. 38, धारीवाल में 0. 34 और दीनानगर में 0. 37 मीटर थी। फतेहगढ़ चूडिय़ां ब्लाक में पिछले साल अन्य ब्लाकों के मुकाबले पानी के स्तर में सब से अधिक गिरावट दर्ज की गई थी।

10 वर्षों में पानी के स्तर का लेखा-जोखा
पिछले 10 वर्षों दौरान जिला गुरदासपुर के अलग-अलग ब्लाकों में पानी के स्तर में आई गिरावट का लेखा-जोखा किया जाए तो जून 2007 से जून 2017 तक हर साल पानी का स्तर लगातार नीचे गया है। इस के चलते गुरदासपुर ब्लाक में इन 10 वर्षों दौरान औसतन 0.18 मीटर पानी का स्तर गिरा है, जबकि बटाला ब्लाक में पिछले 10 वर्षों के दौरान पानी के स्तर में 0.24 मीटर की गिरावट आई है। फतेहगढ़ चूडिय़ां में जून 2007 से जून 2017 तक 0.21, काहनूंवान में 0.19, कादियां में 0.12, डेरा बाबा नानक में 0.15, कलानौर में 0.30, धारीवाल में 0.15, दीनानगर में 0.26 और श्री हरगोबिन्दपुर में 0.27 मीटर पानी का स्तर नीचे गया है। 

पिछले 6 वर्षों में भारी बारिश के बावजूद भी गिर रहा पानी का स्तर
गुरदासपुर जिले में यदि बारिश की स्थिति देखी जाए तो एक अन्य आश्चर्यजनक बात सामने आती है कि 2011 से पहले वाले वर्षों के मुकाबले पिछले करीब 6 वर्षों में काफी बारिश हुई है, परन्तु इसके बावजूद धरती निचले पानी का स्तर गिरता जा रहा है। 2007 में गुरदासपुर में 654.65 एम.एम. बारिश हुई थी। इसी तरह 2008 में 732.95, 2009 में 605.45, 2010 में 385, 2011 में 666.8, 2012 में 591.95, 2013 में 1113.75, 2014 में 591.20, 2015 में 764.25 और 2016 में 639.60 एम.एम. बारिश दर्ज की गई थी। आश्चर्यजनक बात है कि 2013 में जब जिले में पिछले 10 वर्षों के मुकाबले सब से अधिक बारिश हुई तो उस साल भी पानी का स्तर पर ऊपर आने की बजाय नीचे की ओर ही गया था। 
 

Anjna