सोशल मीडिया पर हो रही हथियारों की मार्किटिंग, गैंग्स्टरों के नाम पर बने पेज पर लगाई जा रही सेल

punjabkesari.in Saturday, Jul 03, 2021 - 02:10 PM (IST)

लुधियाना (राज): आजकल हर काम सोशल मीडिया पर हो गया है। हर व्यक्ति अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहा है। ऐसे ही अब बदमाश और गैंगस्टर भी सोशल मीडिया के जरिए अपना नेटवर्क बढ़ा रहे है। पहले बदमाश छुप-छुप कर हथियारों की सप्लाई करते थे। मगर अब बदमाशों ने सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों की सेल लगा रखी है। जोकि सोशल मीडिया के जरिए अवैध हथियारों की खुलेआम मार्किटिंग कर रहे है। कुख्यात गैंगस्टरों के नाम से बने फेसबुक पेज और अकाऊंट पर बदमाशों द्वारा देसी कट्टे और विदेशी पिस्टल की फोटो अपलोड की जा रही है। हैरानी वाली बात है कि हथियार लेने के इच्छुक लोगों के लिए बदमाश सरेआम व्हट्सअप नंबर डाल रहे और लिख रहे कि अगर किसी ने अवैध हथियार खरीदना है तो उनसे व्हट्सअप नंबर पर संपर्क कर सकते है। 

फेसबुक पर भरे पड़े है ऐसे पेज और निजी अकाऊंट
सोशल मीडिया के फेसबुक पेज पर गैंगस्टरों के नाम पर कई ऐसे पेज बने हुए है, कईयों ने फर्जी नाम पर अकाऊंट बना रखा है। उनमें पिस्टल, देसी कट्टे, कारतूस सहित कई अलग-अलग हथियारों की फोटो-वीडियो अपलोड की हुई है औरे नीचे संपर्क के लिए व्हट्अप नंबर दिए हुए है। इसमें ज्यादातर हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के गैंगस्टरों के नाम से पेज बने हुए है। 

इंडिया में कहीं पर भी सप्लाई का किया जा रहा दावा
सोशल मीडिया गैंग ने फेसबुक पर कई पेज तैयार किए हुए है। जोकि अलग-अलग कुख्यात गैंगस्टरों के नाम पर बनाए गए है। हालांंकि, इन्हे गैंगस्टर खुद को अपरेट नहीं करते, मगर उनके गुर्गे इसे देखते है। पुलिस की सख्ती के कारण कई बदमाश खुद हथियार लेकर नहीं आते। इसलिए सोशल मीडिया का यह गैंग हथियार खरीदने पर इसे इंडिया के किसी भी जगह पर सप्लाई का दावा भी करता है।

छोटे उर्म के युवां पेज करते है ऑपरेट 
अगर इस फेसबुक पेज को देखा जाए तो इनमें छोटी उर्म के युवां है, जोकि इन पेजों को अपरेट करते है। लुधियाना में भी कुछ दिनों पहले दो शुभम मोटा गैंग और पुनीत बैंस के गैंग को पुलिस ने काबू किया था। जिसमें तकरीबन सभी आरोपी छोटभ्उर्म के थे। यह छोटी उर्म के युवां बदमाशों के संपर्क में आकर ऐसा काम शुरू कर देते है। मगर ऐसे कई अकाऊंट है, जोकि विदेशों से ऑपरेट हो रहे है। क्योंकि, पंजाब के गैंगस्टर जयपाल भुल्लर के मामले में भी सामने आया था कि कैनेडा में बैठा भुल्लर का साथी सोशल मीडिया पर नजर रखकर युवांओं को ढूंढता था। जोकि बदमाशों सें इंपरेस होते थे। ऐसे युवांओं को झांसे में लेकर उनसे जयपाल के काम करवाए जाते थे। 

सस्ते से लेकर महंगे दामों वाले हथियार उपलब्ध करवाने का दावा 
बदमाशों द्वारा दिए गए एक नंबर पर जब संपर्क किया तो उसने बेज्जिक हथियार का रेट बता दिया और उसने यह भी कहा कि उनके पास हर रेट के हथियार है। देसी से लेकर विदेश हथियार तक उपलब्ध है। एक हथियार का रेट उसने 17 हजार रुपए बताया। इसके अलावा उसने कहा कि उनके पास सस्ते हथियार भी है। पहले पैसे देने के लिए कहा जाता है। 

पुलिस रिकार्ड में मरे गैंगस्टरों को सोशल मीडिया पर रखा गया जिंदा 
पुलिस एंकाऊंटर या गैंगवार में मारे गए गैंगस्टरों के नाम पर सोशल मीडिया पर कई पेज बने हुए है। उनके गुर्गे इन गैंगस्टरों को सोशल मीडिया पर जिंदा रखते है। उनकी गैंग को आगे बढ़ाते है। एक-एक गैंगस्टर के पेज पर कई लाखों फॉलोवर जुड़े होते है। जोकि इनका समर्थन करते है। 

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Content Writer

Tania pathak