बच्चों पर कैसा रहा कोरोना का असर? अब रैंडम सैंपलिंग के जरिए होगी जांच

punjabkesari.in Tuesday, Jun 29, 2021 - 01:11 PM (IST)

लुधियाना (सहगल) : कोरोना वायरस की महामारी के दौरान बच्चे कितना प्रभावित हुए हैं। इसके लिए सरकार ने सिरो सर्विलेंस के निर्देश दिए हैं जिसके तहत 6 से 18 वर्ष आयु के बच्चों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। जांच में यह देखा जाएगा कि महामारी के दौरान बच्चे कितने प्रभावित हुए और उसमें से कितनों में कोरोना के विरुद्ध एंटीबॉडीज बनी किसके लिए 18 सदस्य दल आज महानगर पहुंच गया है। जो अगले 3 दिनों तक रेंडम सैंपलिंग का काम करेगा। इसके लिए शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के 5-5 इलाकों का चयन किया गया है।

स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार विशेषज्ञों का यह दल 6 टीमों के रूप में कल से अपना कार्य शुरू कर देगा। जिन इलाकों का चयन किया गया है उनमें शहरी क्षेत्र के न्यू सुभाष नगर, टिब्बा रोड, वार्ड नंबर 37 फील्ड गंज, मोचपुरा, वार्ड नंबर 17 से इंडस्ट्री एरिया ए, वार्ड नंबर 70 भगवान नगर, वार्ड नंबर 58 मधुबन एन्क्लेव के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से माछीवाड़ा, पायल, डेहलों, हठुर तथा पक्खोवाल शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हर ब्लॉक से 40 40 सैंपल लिए जाएंगे। इसके अलावा 100 सैंपल हैल्थ केयर वर्करों के लिए जाएंगे। जिसमें डॉक्टर ,पैरामैडीकल स्टाफ, नर्सेज, सफाई कर्मचारी आदि शामिल होंगे।

इसके लिए सिविल अस्पताल का चयन किया गया है। टीम द्वारा एकत्रित किए गए 500 सैंपल को जांच के लिए एन.सी.डी.सी. की लैब में भेजा जाएगा। जिसके विश्लेषण की रिपोर्ट राज्य के स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाएगी। अधिकारियों के अनुसार इससे यह पता चलेगा कि महामारी के दौरान बच्चे वायरस से कितना प्रभावित हुए और उन पर क्या असर पड़ा है।

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Content Writer

Tania pathak