मैं कब स्कूल जाऊंगा, सुनते ही छलक पड़ते हैं मां के आंसू

punjabkesari.in Friday, Aug 24, 2018 - 12:30 AM (IST)

जैतो (गुरमीत/वीरपाल): मां-बाप की जिद, प्राइवेट स्कूल प्रशासन की लापरवाही और प्रशासन की अनदेखी के कारण मासूम सक्षम गोयल पुत्र खुशवंत गोयल की स्कूल जाने की तमन्ना मां-बाप की तरफ से धरना लगाने और 49 दिन बीत जाने के बावजूद भी पूरी नहीं हुई। 

इसी के अंतर्गत स्कूल संघर्ष कमेटी की तरफ से अलायंस इंटरनैशनल स्कूल जैतो के विरुद्ध जैतो-कोटकपूरा चौक (नजदीक बस अड्डा) में दो दिन के लिए शांतिपूर्ण धरना लगाया गया जो बेनतीजा रहा। अगर प्रशासन और स्कूल प्रबंधक कमेटी इस मसले के हल की कोशिश करती तो सक्षम गोयल को प्रिंसिपल और स्कूल प्रशासन खिलाफ, स्कूल संघर्ष कमेटी, समाज सेवी संस्थाओं, यूनियनों, भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के साथ धरने पर बैठकर अपनी आंखों समक्ष जलते अपने स्कूल बैग को देखना न पड़ता।

मां-बाप को खाए जा रही बच्चे के भविष्य की परेशानी
स्कूल संघर्ष कमेटी और स्कूल प्रशासन के आपसी मतभेद कारण बच्चा पूरे 49 दिन से स्कूल नहीं जा रहा और बच्चे की पढ़ाई का नुक्सान हो रहा है इसकी परेशानी मां-बाप को खाए जा रही है। इस संबंध में जब सक्षम की माता श्वेता गोयल के साथ बातचीत की गई तो उसका कहना था कि मेरा पति स्कूल संघर्ष कमेटी का मैंबर है इसी कारण मेरे बच्चे को स्कूल से निकाला गया है। जब प्रात: अन्य बच्चे स्कूल जाते हैं तो मेरा बच्चा पूछता है कि मां मैं कब स्कूल जाऊंगा तो मुझे रोना आ जाता है क्योंकि मेरे पास उस छोटे से बच्चे के सवाल का कोई जवाब ही नहीं है। 

क्या कहते हैं जिला शिक्षा अफसर 
इस संबंधी जिला शिक्षा अफसर बलजीत कौर ने कहा कि सक्षम गोयल के संबंध में मैंने अपनी रिपोर्ट तैयार करके डिप्टी कमिश्नर फरीदकोट को भेज दी थी परन्तु सक्षम गोयल की उम्र 6 वर्ष से कम है और वह शिक्षा कानून 2009 के अंतर्गत नहीं आता इसलिए उसकी रिपोर्ट दोबारा तैयार करके भेजनी पड़ेगी। जिक्रयोग्य है कि एक महीना बीत जाने के बावजूद प्रशासन की तरफ से सक्षम गोयल के संबंध में रिपोर्ट तैयार करने में देरी की जा रही है। रिपोर्ट में देरी प्रशासन पर सवाल खड़े कर रही है और आगे समय ही बताएगा कि सक्षम को दोबारा नया बैग कब नसीब होगा।

Des raj