अनेक मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस गांव पर कब पड़ेगी सरकार की नजर

punjabkesari.in Thursday, Apr 12, 2018 - 11:02 AM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शहरों जैसी सुविधाएं देने की बातें तो नेताओं द्वारा खूब की जाती हैं परंतु सुविधाएं न मिलने से आज भी तमाम गांवों के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी मिसाल गांव मौड़ से मिलती है। जहां आज भी लोग तमाम मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। गांव वासियों ने बताया कि सरकार ने कभी इस गांव की सार नहीं ली। उल्लेखनीय है कि गांव में सरकारी डिस्पैंसरी नहीं है, पशुओं के इलाज के लिए पशु अस्पताल नहीं, किसानों की फसलें बेचने के लिए दाना मंडी नहीं, पैसों के लेन-देन को बैंक नहीं और डाकखाने जैसी सुविधाएं भी यहां मौजूद नहीं हैं। इसके अलावा बच्चों के पढऩे के लिए सिर्फ 8वीं कक्षा तक ही सरकारी स्कूल है और आगे पढऩे के लिए विद्यार्थियों को दूसरे गांवों में जाना पड़ता है। जिस कारण कई लड़कियां पढ़ाई से वंचित रह जाती हैं। 

वहीं गांव मौड़ में खेती करने के लिए किसानों को नहरी पानी की बड़ी कमी का सामना करना पड़ रहा है। जिस कारण अनेक किसानों की आर्थिक हालत खराब हो रही है। यहां जमीन का कुल रकबा 1200 एकड़ के करीब है और नहरी पानी की कमी के चलते किसानों की 300 एकड़ के लगभग जमीन जो अकालगढ़ वाले कच्चे रास्ता की तरफ और रामगढ़ चूंघा की तरफ है, बंजर बन रही है। जमीनी पानी कड़वा और शोरे वाला होने के कारण किसान अपने खेतों में नहरी पानी की कमी को पूरा करने के लिए ट्यूबवैल भी नहीं लगा सकते। किसानों की जमीनों को बंजर होने से बचाने के लिए और उनकी आर्थिक हालत सुधारने के लिए पंजाब सरकार इस क्षेत्र में नए रजबाहे निकाले।  

Anjna