प्रदूषण को लेकर WHO के निशाने पर अमृतसर

punjabkesari.in Thursday, May 31, 2018 - 09:23 AM (IST)

अमृतसर (इन्द्रजीत/ टीटू): बढ़ रहे प्रदूषण में दिल्ली के उपरांत पंजाब में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच रहा है। दिल्ली व एन.सी.आर. के प्रदूषण के मुकाबले में जहां दूसरा नंबर पंजाब का माना जा रहा है, वहीं वल्र्ड हैल्थ ऑर्गेनाइजेशन की ओर से पंजाब में अमृतसर पर अधिक फोकस किया जा रहा है, जहां सभी प्रकार के प्रदूषण बढ़ रहे हैं। हालांकि उत्तरी भारत में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल भी औद्योगिक क्षेत्र हैं किन्तु प्रदूषण के मामले में पंजाब में अमृतसर के आंकड़ों को 
वल्र्ड हैल्थ ऑर्गेनाइजेश (डब्ल्यू. एच.ओ.) ने निशाने पर लिया है।


वायु प्रदूषण डाटा
वायु प्रदूषण में पी.एम. 10 प्रदूषण जिसमें प्रदूषण के बड़े कण शामिल होते हैं, में दिल्ली का स्तर जहां 229 है, वहीं अमृतसर में यह स्तर 202 के अनुपात पर चल रहा है। वहीं छोटे कण वाला पी.एम. 2.5 कणों वाला प्रदूषण दिल्ली 122 और अमृतसर 108 पर है।  डब्ल्यू.एच.ओ. के मुताबिक दोनों ही स्तर (ई.एच.) एक्सट्रीमली हाई हैं। 


इंडैक्स प्रदूषण 
इंडैक्स प्रदूषण के इंडैक्स में जहां दिल्ली 91.36 पर है, वहीं अमृतसर 87.00 पर है। इंडैक्स के मुताबिक वायु में वे कण होते हैं, जो सर्वाधिक खतरनाक हैं। इनमें कार्बन डाई-ऑक्साइड, डस्ट, सल्फर, नाइट्रोजन, कार्बन, रैड ओक्साइड शामिल हैं।


पॉल्यूषन एक्सप्रैशंस स्केल 
प्रदूषण का यह खतरनाक रूप तब सामने आता है जब इसके परिणाम व चिन्ह सामने आने लगते हैं। ऐसी स्थिति को पॉल्यूषन एक्सप्रैशन स्केल कहा जाता है। यह तभी सामने आता है, जब एक सीमा पर बढ़ जाने पर इसका प्रभाव मानव व जीवों पर दिखाई देने लगता है। इसके मापदंड को देखते हुए डब्ल्यू.एच.ओ. ने माप के मानक के अनुसार इसे दिल्ली में 166.10 व अमृतसर में 156.71 बताया है।  पूरे क्षेत्र में विभाग की टीमें प्रदूषण को रोकने के लिए सरगर्म हैं और जल्द ही अमृतसर में प्रदूषण का स्तर नीचे गिरेगा। -हरबीर सिंह, एस.ई. पंजाब प्रदूषण बोर्ड।

Sonia Goswami